चक्रवात रेमल के कारण पश्चिम बंगाल समेत पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्य प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश के कारण इन राज्यों के कई इलाकों में जलभराव हो गया। नदियों का पानी बढ़ने से सड़कें बह गईं, जिससे सामान्य जनजीवन काफी ज्यादा प्रभावित हो रहा है। कई इलाकों में भूस्खलन के कारण इमारतें ढह गईं। पश्चिम बंगाल में चक्रवात रेमल के प्रभाव से 2,140 से अधिक पेड़ उखड़ गए और लगभग 1,700 बिजली के खंभे भी गिर गए।
भारी बारिश के कारण असम के दीमा हसाओ जिले में हफलॉन्ग-सिलचर को जोड़ने वाली रोड बह गई। फिलहाल एक जून के लिए हाफलोंग-सिलचर कनेक्टिंग रोड को बंद कर दिया गया है। तूफान रेमल के प्रभाव से अबतक राज्य में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि, 17 अन्य घायल हैं। मोरीगांव जिले में एक पेड़ गिरने से 17 वर्षीय छात्र की मौत हो गई। सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में तूफान के कारण स्कूल बस पर एक पेड़ गिरने से 12 बच्चे घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
अरुणाचल में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री पेमा खांडु ने मंगलवार को राज्य के लोगों से सभी एहतियाती कदम उठाने और तूफान से प्रभावित क्षेत्रों से बचने का अनुरोध किया। मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को कुरुंग कुमेय, निचला सुबनसिरी, शि-योमी, पश्चिम सियांग, लोहित, चांगलांग, तिरप और लोंगडिंग जिले में भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई है।
पक्के-केसांग, पापुम पारे, सियांग, लोहित, पूर्वी कामेंग, पश्चिमी कामेंग, कुरुंग कुमेय, पश्चिमी सियांग और निचली दिबांग घाटी जिले में भी 29 और 30 मई को बिजली गरजने और भारी बारिश की संभावना है।
मणिपुर के कई इलाके जलमग्न
भारी बारिश के कारण मणिपुर के भी कई इलाके जलमग्न हो गए, इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। पूर्वी इंफाल जिले के जलभराव के कारण एंड्रो पार्किंग, चेकॉन, महाबली और वांगखेई में यातायात प्रभावित हुआ। फिलहाल राज्य में किसी के भी हताहत होने या मौत की सूचना नहीं मिली है।
एक अधिकारी ने बताया कि एनएस 37 इंफाल-सिलचर राजमार्ग पर कांगपोकपी जिले के सिनम गांव के पास भूस्खलन के कारण एक ट्रक खाई में गिर गया। सेनापति जिले में कई नदियां उफान पर हैं। बाढ़ का पानी जिले के कई इलाकों में घुस गया।
मिजोरम में भारी बारिश के कारण ढह गई खदान
मिजोरम की राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके में भारी बारिश के कारण एक खदान ढह गई। इस हादसे में अबतक 15 लोगों की जान चली गई, जबकि दो लोगों को बचाया गया है। पुलिसकर्मी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भारी बारिश के कारण नदियों का स्तर भी बढ़ चुका है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ रहा है।
असम में चक्रवाती तूफान रेमल से एक छात्र की मौत, 12 अन्य घायल
दिलीप कुमार शर्मा, गुवाहाटी से बीबीसी हिंदी के लिए
इमेज कैप्शन,एक स्कूल बस पर पेड़ गिरने से 12 छात्र घायल हुए हैं.
चक्रवाती तूफान रेमल के कारण मंगलवार को तेज हवाओं के साथ लगातार जारी बारिश से असम में कई जगहों पर नुकसान पहुंचा है. रेमल तूफान से एक छात्र की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए हैं.
राज्य सरकार के एक आदेश के बाद कई जिलों में सरकारी दफ्तर और स्कूल 29 मई को बंद रखने की घोषणा की गई है.
मोरीगांव जिले में तूफान के कारण एक विशाल पेड़ उखड़ कर टेम्पो पर गिरने से एक 17 वर्षीय छात्र की जान चली गई. यह घटना तब हुई जब वह छात्र आज सुबह स्कूल जा रहा था. मृतक छात्र की पहचान कौशिक बोरदोलोई एम्फी के रूप में की गई है.
इससे पहले ढेकियाजुली में एक स्कूल बस पर यूकेलिप्टस का एक बड़ा पेड़ गिरने से 12 छात्र घायल हो गए.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य की स्थिति पर जानकारी देते हुए एक्स हैंडल पर लिखा, ”चक्रवात रेमल ने असम को प्रभावित किया है, जिससे कई क्षेत्रों में तूफान आया है. दुखद बात यह है कि मारीगांव में एक छात्र कौशिक बोरदोलोई एम्फी (17) की मौत हो गई है और ढेकियाजुली में पेड़ गिरने से 12 छात्र घायल हुए है.”
”गुवाहाटी में कॉटन यूनिवर्सिटी और ज्योति चित्रबन जैसी जगहों पर पेड़ उखड़ गए, जिससे लोगों या इमारतों को कोई नुकसान नहीं हुआ. गुवाहाटी समेत निचले असम में बिजली आपूर्ति बाधित है.हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और सभी से स्थिति स्थिर होने तक घर के अंदर रहने का अनुरोध करते हैं.”
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