नई दिल्ली:मुक़द्दस यात्रा हज पर हर देश की कुछ ना कुछ पॉलिसी रहती है,जिसकी कोई आलोचना करता है तो कोई समर्थन करता है,आजादी के बाद से ही यह परंपरा चली आ रही है, नई हज पॉलिसी को लेकर विवादों में घिरी मोदी सरकार ने एक अच्छी पहल करते हुए अब हज यात्रा में पुरुषों की तरह महिलाएं भी गाइड बनकर जा सकेंगी।
अब तक खादिमुलहुजाज यानी गाइड के रूप में केवल मर्द ही जाते थे,ऐसा पहली बार है जब यह अवसर महिलाओं को भी देने की पहल की गई है.मोदी सरकार ने महिला दिवस के ठीक पहले हज पॉलिसी में यह बड़ा बदलाव किया है हज यात्रा के प्रावाधानों के तहत 200 हज यात्रियों पर एक खादिमुलहुजाज का चयन किया जाता है खादिमुलहुजाज का मुख्य काम हज यात्रियों की सेवा करना और यात्रा के दौरान आने वाली कठिनाइयों को दूर करना होता है।
खादिमुलहुजाज बनने के लिए पूर्व में हज यात्रा करने के साथ सरकारी कर्मचारी होना आवश्यक है. गाइड का रोल निभाने वाले खादिमुलहुजाज का पूरा खर्च स्टेट हज कमेटी उठाती है. आजादी के बाद से ही यह परंपरा चली आ रही है, लेकिन अब सरकार ने इसमें बदलाव करते हुए दो प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित किए है.मध्य प्रदेश स्टेट हज कमेटी के कार्यपालन अधिकारी दाउद अहमद खान ने बताया कि केंद्र सरकार की इस पहल का स्वागत किया है।