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भारत में व्यापारी किसी मुस्लिम या दलित को रोजगार देने से डरता है : आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़

भारत में व्यापारी किसी मुस्लिम या दलित को रोजगार देने से डरता हैः कक्कड़

भारत की आम आदमी पार्टी ने कहा है कि मोदी सरकार की नीतियों के चलते देश में बेरोज़गारी बढ़ रही है।

भारतीय संचार माध्यमों के अनुसार आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार को कहा कि आज यह स्थिति है कि पूरे देश के लोग रोजगार की तलाश में दिल्ली आते हैं।

उन्होंने कहा कि सन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ नाम की योजना निकाली थी। इसके प्रचार के लिए 450 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए। इस योजना का लक्ष्य साल 2022 तक देश की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग का योगदान 25 फीसदी करना था और इस क्षेत्र में 10 करोड़ नौकरियां पैदा करनी थी। हालांकि, सबकुछ इसके विपरीत हुआ।

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 10 करोड़ रोजगार पैदा करने की बात तो दूर आज देश पिछले पाँच दशक में सबसे अधिक बेरोजगारी के दौर से गुजर रहा है। साल 2014 में जहां देश की जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग का योगदान 17 फीसदी था। कोविड-19 महामारी से पहले साल 2019 में यह योगदान 13.60 फीसदी रह गया। इसके बाद भी इस क्षेत्र में लगातार गिरावट देखने को मिली। कोविड़ के बाद साल 2022 में यह आंकड़ा महज 13.32 फीसदी रह गया।

आप नेता कक्कड़ ने कहा कि साल 2020 में केंद्र सरकार ने प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना निकाली। इसका भी देश भर में जोर-शोर से प्रचार किया गया और कहा गया कि अगर कोई देश में मैन्युफैक्चरिंग करना चाहेगा तो सरकार उनको सब्सिडी प्रदान करेगी जबकि यह पूरी तरह से झूठ साबित हुआ।

आप नेता ने का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने आज देश में माहौल इतना खराब कर दिया है कि अब व्यापारी किसी मुस्लिम या दलित को रोजगार देने से डरता है। हालत यह हो गई है कि पिछले 10 साल में करीब 16 लाख भारतीय नागरिकता छोड़कर देश से बाहर जा चुके हैं। आप पार्टी की नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने धन शोधन निवारण अधिनियम में संसोधन किया, जिसके तहत बिना किसी सबूत के लोगों को जेल में लंबे समय तक रखा जा सकता है।