नई दिल्ली: भारतीय राजनीति में वरिष्ठ राजनेता के रूप में पहचाने जाने वाले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्लाह हमेशा विपक्ष पर किये जाने वाले कटाक्ष को लेकर चर्चाओं में रहते हैं,मीडिया में उनकी कई सारे मुद्दो पर बेबाकी से राय रखने की वजह से सुर्खियाँ बनी हैं।
देशभर में मोब्लिंचिंग की बढ़ती हुई घटनाओं पर देशभर के शाँति पसन्द लोग दुखी हैं,जिस पर फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने बयान दिया है कि भारत में मुसलमानों को मारा जारहा है और भीड़ पागल कुत्तों की तरह दौड़ रही है।
उन्होंने आगे कहा, ‘हमारे देश में मुसलमानों के हालात बुरे हो चुके हैं और भीड़ पागल कुत्तों की तरह दौड़ते हुए उन्हें मार रही है. यह वो भारत नहीं है जिसे हम जानते हैं.’ अब्दुल्ला ने आगे कहा कि अल्लाह, हम पर रहम करे।
बता दें कि गुरुवार को लोकसभा में कांग्रेस और सीपीएम के सांसदों ने मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया. हंगामें के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं. ऐसी घटनाएं पहले भी होती रही हैं. राज्य सरकारों को इस मुद्दे पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए. कानून व्यवस्था राज्य का मुद्दा है।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘गृह मंत्रालय ने दो बार इस मुद्दे पर एडवाइजरी जारी की. जुलाई महीने में भी इस मुद्दे पर एडवाइजरी की गई है. सोशल मीडिया के माध्यम से जिस तरह से फेक न्यूज़ फैलाई जाती है उस कारण से ऐसी घटनाएं होती है. हम लोगों ने सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ रोकने के लिए सर्विस प्रोवाइडर को सिस्टम में चेक सिस्टम लगाने के लिए कहा है.’
उन्होंने कहा, ‘इस प्रकार की घटनाएं बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होती हैं और और इस संबंध में जहां पर भी घटनाएं हैं. तत्काल मैंने उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है. मैं उनसे यही कहता हूं कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.’ इस बीच मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बयान से असंतुष्ट कांग्रेस, सीपीएम समेत विपक्ष के सांसदों ने लोकसभा से वॉक आउट कर दिया।