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भारत-कनाडा विवाद पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने ताज़ा बयान जारी कर कहा….”कनाडा भारत पर गंभीर आरोप लगा रहा है” लेकिन…

 

 

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बिश्नोई गैंग के सदस्यों के प्रत्यर्पण को लेकर कहा कि भारत ने कनाडा से कुछ अपराधियों के प्रत्यर्पण की मांग की है, जिनमें बिश्नोई गैंग या अन्य गैंग के सदस्य भी शामिल हैं.

भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के प्रत्यर्पण के सवाल पर रणधीर जायसवाल ने कहा, “प्रत्यर्पण को लेकर 26 मामले लंबित हैं. इन मामलों के अलावा प्रोविज़नल अरेस्ट की जानकारी, जो हम लोग म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी के तहत मांगते हैं, ऐसे कई मामले भी कनाडा में लंबित पड़े हैं.”

“जैसा कि मैंने बताया कि पांच अपराधी, जो भगोड़े हैं, हमने मांग की है कि इनका प्रत्यर्पण होना चाहिए. इनका नाम गुरजीत सिंह, गुरजिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखवीर सिंह और अर्शदीप सिंह गिल हैं.”

उन्होंने कहा, “इनमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग या अन्य गैंग के सदस्य भी शामिल हैं.”

रणधीर जायसवाल ने कहा, “लॉरेंस बिश्नोई गैंग और अन्य गैंग के बारे में हमने कनाडा से कई साल पहले और हाल में भी उन्हें बाताया है, उनसे प्रोविज़नल अरेस्ट की मांग की है. अब तक उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है और न ही कोई गिरफ़्तारी की है.”

“हम लोग बार-बार ये बात कहते रहे हैं जो लोग एंटी इंडिया गतिविधियों और अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा देते हैं उनके ख़िलाफ़ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन उन्होंने अभी तक इस मामले में ‘फ्रीडम ऑफ़ स्पीच’ के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं की.”

उन्होंने कहा, “इसके पीछे एक राजनीतिक मंशा भी है.”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गिरफ़्तारी और कौंसुलर एक्सेस के सवाल पर कहा, “जैसा कि मैंने पहले बताया था हम लोगों ने अभी तक कौंसुलर एक्सेस मांगा नहीं है. उनकी तरफ़ से मांग होती है फिर कौंसुलर एक्सेस दिया जाता है.”

कनाडा के सवाल पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा- आरोप लगा रहे लेकिन सबूत नहीं दे रहे

भारत-कनाडा विवाद पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने ताज़ा बयान जारी कर कहा है कि कनाडा भारत पर गंभीर आरोप लगा रहा है, लेकिन उसने इसके सबूत नहीं दिए हैं.

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “इस मुद्दे पर हमने अपना रुख़ पहले ही साफ़ कर दिया है. हमने बीते दो दिनों में इस बारे में कई प्रेस रिलीज़ जारी की हैं, जिनमें हमारा रुख स्पष्ट है.”

रणधीर जायसवाल ने कहा, “बीते सितंबर महीने से ही कनाडा की सरकार ने हमारे साथ ज़रा सी भी जानकारी साझा नहीं की है. कल हमने फिर से बयान जारी किया था कि कनाडा ने गंभीर आरोप लगाए हैं लेकिन इसके समर्थन में कोई पुख्ता सबूत नहीं दिया है.”

उन्होंने कहा, “कल प्रधानमंत्री ट्रू़डो की ओर से दिया गया बयान ही उनके आरोपों पर हमारे रुख़ के महत्व को इंगित करता है. हम स्वाभाविक तौर पर अपने राजनयिकों पर लगे फर्ज़ी आरोपों को ख़ारिज करेंगे.”

इससे पहले बुधवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देश के भीतर विदेशी हस्तक्षेप पर हुई पब्लिक इंक्वायरी में कहा था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में शुरुआती अनुमान गैंगवॉर का था लेकिन दक्षिण एशियाई सांसदों और समुदाय के लोगों ने कहा कि इसके पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है.

हरदीप सिंह निज्जर की पिछले साल जून में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया राज्य में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

पिछले कुछ समय से भारत और कनाडा के बीच संबंध लगातार ख़राब होते जा रहे हैं. दोनों देशों के बीच संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं.

इसी हफ़्ते सोमवार को भारत ने कहा था कि उसने कनाडा से भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा समेत कई और राजनयिकों को वापस बुला लिया है. इसके साथ ही भारत ने कनाडा के छह राजनयिकों को देश से निष्कासित कर दिया था.

लेकिन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने राजधानी ओटावा में प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके दावा किया था कि उनकी सरकार ने छह भारतीय राजनयिकों को देश से निष्कासित किया है.