उत्तर प्रदेश राज्य

भदोही : ज़मीन को फ़र्ज़ी तरीक़े से पूर्व विधायक के क़रीबी और उनकी पत्नी के नाम कराने के मामले में लेखपाल ”चंद्रभान गुप्ता” गिरफ़्तार

भदोही।ज्ञानपुर में गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के अमवामाफी गांव में करीब तीन बीघे जमीन को फर्जी तरीके से पूर्व विधायक के करीबी नंदलाल पांडेय और उनकी पत्नी के नाम कराने के मामले में नामजद लेखपाल चंद्रभान गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया।

अमवामाफी गांव निवासी मृत्युंजय पांडेय, आशीष पांडेय आदि ने साक्ष्य के साथ गोपीगंज कोतवाली में सात माह पूर्व प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें यह जिक्र किया गया था कि पूर्व विधायक विजय मिश्र के करीबी नंदलाल पांडेय ने अपनी पत्नी के नाम तीन बीघे जमीन का बैनामा करा लिया। पुलिस ने अप्रैल 2024 में नंदलाल पांडेय और उनकी पत्नी कुसुम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

विवेचना के दौरान लेखपाल चंद्रभान की संलिप्तता सामने आने पर उसके खिलाफ भी धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया। जिसके बाद से ही पुलिस तलाश कर रही थी। बृहस्पतिवार को औराई तहसील के पास से लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया। बताते चलें कि जमीनों की हेराफेरी से जुड़े कई मामलों में चंद्रभान का नाम पहले भी आ चुका है।

यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी औराई तहसील में रिश्वत मांगते एक लेखपाल का वीडियो वायरल हो चुका है। जिसे बाद में भदोही तहसील में ओहदेदार हलका दिया गया। भदोही तहसील में पिछले तीन साल में तीन लेखपाल विजिलेंस एवं एंटी करप्शन के हाथ चढ़ चुके हैं, लेकिन जेल से बाहर आने पर उन पर अफसरों की कृपा बरसने लगती है।

आखिरकार क्या कारण हैं ऐसे लेखपालों पर अफसर मेहरबान हो जाते हैं। पहले भी भ्रष्टाचार करने वाले लेखपालों को मलाईदार हलका सौंपा जा चुका है।