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ब्रिटेन में मुसलमानों के ख़िलाफ़ भड़काऊ पर्चे बाँटकर फैलाई जारही है नफरत-तस्वीरे देखिए

सोशल मीडिया पर एक परचा और कुछ विडियो बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है . ब्रिटेन में इस पर्चे को लेकर तरह तरह की बातें की जा रही है. ये परचा लंदन शहर में कईयों के घर पहुंचा है. अलग-अलग समुदायों को बाकायदा डाक से भेजा गया है. इसमें जो लिखा है वो किसी भी सभ्य इंसान को भयानक तौर से विचलित कर देगा. इस पर्चे में 3 अप्रैल 2018 को किसी भी एक मुसलमान को सज़ा देने की अपील की जा रही है. न सिर्फ अपील की है बल्कि उसके लिए पॉइंट्स भी तय किए गए हैं. 3 अप्रैल को बाकायदा ‘पनिश अ मुस्लिम डे’ के तौर पर मनाने की गुजारिश की गई है. वो भी बेहद भड़काऊ भाषा में।

इस पर्चे में जो लिखा है, वो मोटा-मोटा कुछ यूं है:

“उन्होंने आपको चोट पहुंचाई है. उन्होंने आपके प्रिय लोगों को तकलीफ दी है. आप इसके बारे में क्या कर रहे हैं? क्या आप बहुसंख्य जनता की तरह सिर्फ भेड़ें हैं? भेड़ें सिर्फ हुक्म माना करती हैं. भेड़ें मत बनिए.”

इसके बाद जो लिखा है वो और भी भयानक है. किसी एक मुसलमान को चोट पहुंचाने के तरीके और उनसे हासिल होने वाले पॉइंट्स की सूची है. जैसे किसी खेल के नियम हो. गाली देने से लेकर टॉर्चर करके मार डालने तक, सब शामिल है इस लिस्ट में. यहां तक कि बॉम्ब ब्लास्ट भी. पढ़िए उस लिस्ट का तर्जुमा जिसे पढ़कर किसी भी सभ्य आदमी को घिन आएगी।

किसी मुसलमान को गाली दो – 10 पॉइंट्स
किसी मुसलमान महिला का हिजाब खींच दो – 25 पॉइंट्स
किसी मुसलमान के चेहरे पर एसिड फेंको – 50 पॉइंट्स
किसी मुसलमान की पिटाई कर दो – 100 पॉइंट्स
किसी मुसलमान को बिजली के झटके देकर या खाल उतारकर टॉर्चर करो – 250 पॉइंट्स
किसी मुसलमान को मार डालो (गन से, चाकू से काटकर या गाड़ी से कुचलकर) – 500 पॉइंट्स
किसी मुसलमान को जला दो या बम से उड़ा दो – 1000 पॉइंट्स
मक्का पर न्यूक्लियर अटैक कर दो – 2500 पॉइंट्स

ये पर्चा आपको दहला देगा. आपको सुन्न कर देगा. आपमें गुस्सा भी भर दे, तो कोई बड़ी बात नहीं. ये पर्चा न सिर्फ आम आदमियों को बल्कि मुस्लिम सांसदों तक को भेजा गया है. इन पर्चों के बाद ब्रिटेन में दहशत का माहौल है. मुस्लिम परिवारों को हिदायत जारी की गई है कि वो सावधान रहें. वहां की पुलिस इसकी जांच कर रही है।

इसके बुरे नतीजे सामने आने भी लगे हैं. ट्विटर पर ये वीडियो खूब शेयर हो रहा है, जिसमें एक आदमी एक बुर्के वाली मुस्लिम महिला पर टूट पड़ता है. कहा जा रहा है कि ये इसी पर्चे का दुष्परिणाम है।

इस लैटर से लोग सकते में तो हैं लेकिन फिर समझदारी ने ड्राइविंग सीट भी संभाल ली है. लोग इन नफरती चिंटूओं को अपने स्तर पर जवाब देने लगे हैं. इस जहालत की निंदा करते, इसके खिलाफ खड़े होते लोगों से सोशल मीडिया पट गया है. लोग मुखरता से इस मूर्खता की मुखालफत कर रहे हैं. ऐसी कई पोस्ट्स देखी जा सकती हैं।

एक समुदाय के प्रति घृणा का ऐसा नज़ारा हम सब मनुष्यों के लिए शर्मिंदगी की घड़ी है. किस मुंह से हम अपने आप को प्रकृति की सबसे उत्तम रचना कह पाएंगे? कैसे कोई ये कहने का हौसला कर सकता है कि किसी ख़ास समुदाय के लोगों को चुन-चुन कर मारो? क्या मनुष्यता का दामन हमसे मुकम्मल तौर से छूटता जा रहा है?

‘पनिश अ मुस्लिम डे’ का जवाब लोग ‘लव अ मुस्लिम डे’ से दे रहे हैं, ये अच्छा संकेत है. अभी सबकुछ ख़त्म नहीं हुआ इसकी आश्वस्ति मिलती है. ये पर्चा भी खूब शेयर हो रहा है सोशल मीडिया पर.

तमाम ‘इंसानों’ को चाहिए कि वो नफरत की हर लहर का डटकर मुकाबला करें. आपसी सद्भाव को खोने न दें. तभी हमारे मनुष्य होने में कुछ सार्थकता है