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ब्रिटेन की पीएम की दौड़ में सबसे आगे चल रहीं लिज़ ट्रस ने कहा, ”वह न्यूक्लियर बम का बटन दबाने को भी तैयार हैं”

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के मध्य ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बनने की चल रही रेस के बीच, पीएम की दौड़ में सबसे आगे चल रहीं लिज़ ट्रस ने एक बयान देकर दुनिया को चौंका दिया है। उन्होंने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि ज़रूरत पड़ने पर वह न्यूक्लियर बम का बटन दबाने को भी तैयार हैं।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनने की रेस में आगे चल रहीं लिज़ ट्रस ने एक बहुत ही ख़तरनाक और बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर वह ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनती हैं तो परमाणु युद्ध करने के लिए भी तैयार हैं। लिज़ ट्रस और ऋषि सुनक के बीच टक्कर है। लेकिन सर्वे बताते हैं कि लिज़ प्रधानमंत्री बन सकती हैं। सोमवार को लिज़ ट्रस ने बर्मिंघम में एनईसी हस्टिंग्स इवेंट में कहा कि अगर ज़रूरत पड़ती है तो वह न्यूक्लियर बम का बटन दबाने के लिए तैयार हैं। कार्यक्रम के होस्ट जॉन पीनार ने उनसे परमाणु युद्ध से जुड़े फ़ैसले को लेकर सवाल किया। पीनार ने खुद कहा कि अगर उन्हें ऐसा निर्णय लेना पड़ा तो वह शारीरिक रूप से ख़ुद को बीमार महसूस करेंगे। लेकिन लिज़ ट्रस ने इसके विपरीत बिना किसी इमोशन के कहा कि वह न्यूक्लियर हमले के आदेश देंगी। लिज़ ने कहा कि यह कोई विकल्प नहीं होगा, बल्कि प्रधानमंत्री की ड्यूटी होगी। उन्होंने आगे कहा कि मैं ऐसा करने के लिए हमेशा तैयार रहूंगी।

ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के अनुसार ट्राइडेंट मिसाइल सिस्टम का लक्ष्य देश के लिए सबसे बड़े ख़तरे को रोकना है। लिज़ ट्रस का बयान एक ऐसे समय में आया है जब रूस, यूक्रेन के ख़िलाफ़ अपना विशेष सैन्य अभियान छेड़े हुए है। वहीं यूक्रेन रूस युद्ध के 6 महीने बीत जाने के बाद अब पूरे यूरोप में इस युद्ध के नतीजों को लेकर डर बना हुआ है। व्लादिमीर पुतीन के ख़िलाफ़ खड़े होने के अपने इरादों को भी लिज़ ट्रस साफ कर चुकी हैं। फ़रवरी में यूक्रेन पर हमले के बाद से ही ब्रिटेन के परमाणु बम हाई अलर्ट पर हैं। इस बीच ऋषि सुनक जोकि ब्रिटेन के वित्त मंत्री रह चुके हैं। उनसे जब पूछा गया कि अगर वह प्रधानमंत्री नहीं बनते तो क्या लिज़ ट्रस की सरकार में काम करेंगे? इसे लेकर उन्होंने संकेत दिया है कि वह लिज़ की सरकार में नहीं रहेंगे। प्रधानमंत्री बनने की रेस में पीछे चल रहे सुनक ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों में कैबिनेट में होने के दौरान एक बात मैंने नोटिस की है कि आपको सहमत होने की ज़रूरत है। अगर आपसी मुद्दे पर सहमति न हो तो मुश्किल हो जाती है।