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क्यू उदास होती री पूनम, अभी तो बहुत दर्द सहना बाक़ी है!
Poonam Devi ========== मौलिक रचना। शीर्षक; क्यू उदास होती री पूनम क्यू उदास होती री पूनम ? अभी तो, बहुत दर्द सहना बाकी है। इस दर्द से ही, तेरी पहचान बनेगी।। जब वंचक संग प्रीत जोड़ी, पहले ही गौर करना था। दिल से बहलाव, बहलाव दिमाग़ से, फिर कहां तुझे बचना था ? जीवन में […]
शाहजहांपुर, चलती-फिरती दुकान के मालिक है,”त्रिलोकी” : बलराम शर्मा की क़लम सें
Lavi Singh ============= #बलराम शर्मा की कलम सें# चलती-फिरती दुकान के मालिक है,”त्रिलोकी” 0 बेरोजगारी सें नही निराश,साईकिल ही बनी चलती-फिरती दुकान 0 ना लोन,और ना ही सरकारी मदद,फ़िर भी बस चल रही है,जिंदगी #जन मन ब्यूरो# शाहजहांपुर, अभी बेरोजगार दिवस निकल गया।सरकार का काम है, रोज़गार देना।रोज़गार का स्वरूप क्या हो।ये विषय भी जेरे […]
मत दुःखा दिल को तू मेरे इतना….कि तुझे याद करने का भी मन ना करें…
Geeta Baisoya · ============== मत दुःखा दिल को तू मेरे इतना…. कि तुझे याद करने का भी मन ना करें… था कभी तू मेरी जिंदगी का हसीन लम्हा.. इस बात पर भी मुझे अफसोस होने लगे…. कभी याद करती थी तुझे, तो मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट खिल जाती थी… अब सोच कर ही तुझे मेरी […]