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बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फुलवारीशरीफ़ स्थित इस्लामिया ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन द्वारा आयोजित इफ़्तार पार्टी में हिस्सा लिया!

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना के फुलवारीशरीफ़ स्थित इस्लामिया ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन द्वारा आयोजित इफ़्तार पार्टी में हिस्सा लिया.

इस मौके पर आयोजकों ने उन्हें आइकॉनिक गमछा देकर सम्मानित किया.

इसे लेकर सोशल मीडिया पर कुछ लोग मुख्यमंत्री की आलोचना कर रहे हैं.

रामनवमी के अवसर पर निकले जुलूस के बाद बिहार के सासाराम और नालंदा ज़िले के बिहारशरीफ़ में साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी और वहां अभी भी निशेधाज्ञा लागू है.

राज्य में क़ानून व्यवस्था को विपक्षी बीजेपी नीतीश सरकार पर हमलावर है.

सासाराम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली होने वाली थी लेकिन तनाव की वजह से इसे रद्द करना पड़ा था.

बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि अमित शाह को बिहार जाने के लिए नीतीश कुमार से पासपोर्ट और वीज़ा लेने की ज़रूरत पड़ेगी क्या?

उन्होंने कहा,“अमित शाह देश के गृहमंत्री हैं. वो दोबारा सासाराम जाएंगे. हमारा संकल्प है कि नीतीश कुमार को सत्ता छोड़ देनी चाहिए, उनसे बिहार नहीं संभल रहा है.”


ANI_HindiNews
@AHindinews

पटना (बिहार): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फुलवारी शरीफ के इस्लामिया ग्रुप ऑफ बीएड कॉलेज की इफ्तार पार्टी में हिस्सा लिया।

दो दिन पहले नीतीश कुमार ने कहा था कि शाह की रैली क्यों रद्द हुई इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है और राज्य सरकार केंद्रीय मंत्रियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था के बंदोबस्त करती रही है.

सांप्रदायिक हिंसा पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को ट्वीट किया कि ‘बिहार में सद्भाव बिगाड़ने की संघी कोशिश पर बिहार सरकार की पैनी नज़र है. जिन राज्यों में बीजेपी कमजोर है वहाँ बौखलाई हुई है.एक-एक उपद्रवी को चिह्नित कर कठोरतम कारवाई की जा रही है. भाईचारे को तोड़ने के किसी भी भाजपाई ‘प्रयोग’ का हमने हमेशा माकूल जवाब दिया है और देते रहेंगे.