नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका के सीनियर खिलाड़ी जिनके नाम कई विश्व रिकार्ड है ने खेल को अपने आत्मा सम्मान से जोड़ रखा है,खेल से हासिल होने वाली कमाई को हराम होने से बचाने के लिये अमला बहुत बड़ी क़ुर्बानी देते हैं और बीयर कम्पनी का कभी प्रचार नही करते हैं,जिसके कारण उन्हें मैच फीस नही मिलती है।
साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम CASTLE नामी बियर कम्पनी स्पॉन्सर करती है,जिसका लोगो और नाम तमाम खिलाड़ियों की जर्सी और टीशर्ट पर छपा होता है,लेकिन हाशिम अमला ने बियर कम्पनी का नाम अपनी जर्सी पर नही छपवाते हैं, हाशिम अमला का मानना है कि वह किसी बियर कंपनी का प्रचार नहीं करना चाहते हैं, जिसकी वजह से लोगों की सेहत खराब होती है।
हाशिम अमला एक मुस्लिम खिलाड़ी है जो शराब का समर्थन नहीं करते हैं,और इस्लाम धर्म में शराब का खरीदना,बेचना,उसका प्रचार प्रसार करना इस्लाम धर्म मे हराम है, इसी वजह से वह अपने जर्सी पर उस कंपनी का लोगो नहीं लगवाते हैं | हालांकि जब वह अच्छा खेलते हैं तो उन्हें मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज से जरूर नवाजा जाता है |
जहा तक देखा जाए तो एक तरह से हाशिम अमला की सोच और मैसेज दुनिया के लिए बेहद सटीक और अच्छा है. चाहे कोई फेम्स सेलेब्रिटी हो या फिर कोई आम आदमी किसी को भी ऐसी वस्तु का प्रचार नहीं करना चाहिए जो सामने वाले की सेहत पर बुरा असर डालें.
ऐसा करना ना केवल उसे हानि पहुचाना होगा बल्कि इसके जरिए उससे जुड़े सभी लोगों की जिंदगी पर भी असर पड़ेगा तो अब जरा सोचिए किसी एक व्यक्ति के आगे भी किसी कुरी चीज का प्रचार करने पर आपको कितना अफसोस महसूस करना पड सकता है.