https://www.youtube.com/watch?v=QFJ9nPrw_3E
सोशल मीडिया पर अनेक पोस्ट और वीडियो बिजनौर में घटी घटना को लेकर वायरल हो रहे हैं, जिनमे दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस शहज़ाद नाम के एक व्यक्ति को पकड़ने के लिए उसके घर पर पहुंची थी, पुलिस की दबिश के दौरान शहज़ाद की मौत हो गयी, ये देख कर पुलिस वहां से भाग गयी, बताया जाता है कि पुलिस वालों ने पहले तो शहज़ाद को पीटा इस वजह से उसकी मौत हो गयी
यहाँ कुछ पोस्ट और वीडियोस हैं देखें
Zakir Ali Tyagi
@ZakirAliTyagi
“पहले पुलिस वालों ने मेरे मामू (शहज़ाद) को पीटा फ़िर छत से फेंक दिया जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई”
धामपुर का शहज़ाद किसी काम से बिजनौर कोतवाली क्षेत्र में अपने बहनोई के घर आया था, तभी प्राइवेट गाड़ी में धामपुर पुलिस पहुंची और उसे व बहनोई को पीटने लगी,शहज़ाद की भांजी के मुताबिक जब उसने बचाने की कोशिश की तो पुलिस ने उसे भी धकेल दिया,भांजी ने बताया कि पुलिस वाले मामू को छत से फेंक कर भाग गये जिसके बाद उनकी मौत हो गई!
@dgpup
@CMOfficeUP
@Uppolice
यह पहला मामला नही है जब दबिश के दौरान पुलिस पर किसी की हत्या का आरोप लगा हो,मई 2022 में सिद्धार्थनगर में पुलिस पर आरोपी की माँ की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा, बुलंदशहर में भी आरोपी को छत से फेंक कर मौत के घाट उतारने के आरोप लग चुके है, अगर पुलिस आरोपियों की ख़ुद हत्या कर देगी तो अदालतें तो बंद कर देनी चाहिए?
साल 2021 में बुलंदशहर पुलिस आक़िल क़ुरैशी के घर दबिश देने पहुंची, दबिश के दौरान आक़िल की जान चली गई। जिसके बाद पुलिस ने बयान दिया कि आक़िल पुलिस को देखकर छत से कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। लेकिन आक़िल का बेटा जो अपने पिता की मौत का चश्मदीद था, उसने पुलिस की इस 'कहानी' को नकारते… pic.twitter.com/bojCepiQSb
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) September 1, 2023
Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
अब ऐसी ही घटना बिजनौर में सामने आई है, बिजनौर पुलिस शहज़ाद के घर दबिश देने पहुंची थी, दबिश के दौरान शहज़ाद की मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस वहां से भाग निकली, इस वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि स्थानीय लोग कह रहे हैं कि पुलिस ने गोली मार दी। शहज़ाद की मौत के बाद बिजनौर पुलिस कप्तान का बयान बुलंदशहर में हुई आक़िल कुरैशी की मौत के बाद आए बुलंदशहर पुलिस के बयान की याद दिलाता है।
अब ऐसी ही घटना बिजनौर में सामने आई है, बिजनौर पुलिस शहज़ाद के घर दबिश देने पहुंची थी, दबिश के दौरान शहज़ाद की मौत हो गई। जिसके बाद पुलिस वहां से भाग निकली, इस वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि स्थानीय लोग कह रहे हैं कि पुलिस ने गोली मार दी। शहज़ाद की मौत के बाद बिजनौर पुलिस… pic.twitter.com/58Lf78kdhZ
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) September 1, 2023
Meer Faisal
@meerfaisal01
“First the policemen beat my maternal uncle (Shahzad) and then threw him from the terrace, because of which he died.”
The Shahzad of Dhampur had come to his brother-in-law’s house in Bijnor Kotwali area for some work, then the Dhampur police arrived in a private car and started beating him and his brother-in-law. According to the niece of Shahzad, when she tried to save him, the police also pushed her. Niece told that the policemen ran away after throwing Mamu from the roof, after which he died.
Meer Faisal
@meerfaisal01
This is not the first time that the police have claimed that death occurred after falling from the roof. In 2021, there was also a case in Bulandshahr when Aquil Qureshi was resting with his family on his terrace when police raided his house to make an arrest in cow slaughter case. police held his collar, knocked a pistol butt on his head trashed him and pushed him off the terrace, according to family. Qureshi succumbed to injuries on May 27, 2021. At that time I had reported for Maktoob.
https://twitter.com/i/status/1697520018999906305
https://twitter.com/i/status/1697517057892630545