उत्तर प्रदेश राज्य

बिजनाैर : क़िरतपुर में बजरंग दल नेता सतेंद्र की गला रेतकर हत्या कर दी गई : रिपोर्ट

बिजनाैर।बिजनाैर जनपद के किरतपुर में बजरंग दल में जिला को रक्षक प्रमुख का दायित्व निभा रहे सतेंद्र उर्फ मोंटी की गला रेतकर हत्या कर दी गई। घर के कमरे में चारपाई पर उसका रक्तरंजित शव पड़ा मिला। हत्याकांड में सौतेले भाई सौतेली मां और बहन समेत चार लोगों का नामजद किया गया है।

किरतपुर थाना क्षेत्र के गांव गोविंदपुर निवासी सतेंद्र उर्फ मोंटी (30) पुत्र बलराज के घर सोमवार की सुबह दूधिया पहुंचा। जिसने मोंटी की सौतेली मां मधुबाला को आवाज दी। देखा तो वह बेहोशी की हालत में थी। इसके बाद दूधिया ने इधर-उधर के कमरे में झांक कर देखा तो एक कमरे में मोंटी का शव चारपाई पर पड़ा हुआ था। इसके बाद यह खबर पूरे गांव में फैल गई और लोग इकट्ठा हो गए।

मोंटी के गले पर धारदार हथियार से वार करने के निशान बने हुए थे और पास में ही खून पड़ा हुआ था। उसका शव चादर से ढका मिला। उधर मृतक के एक पारिवारिक भाई ने गुलदार के द्वारा हमला कर करने की सूचना लोगों को दी।

 

सूचना मिलते ही हीमपुर दीपा थाना क्षेत्र के गांव ननपुरा से उसके मामा समेत अन्य रिश्तेदार मौके पर आ गए। जिन्होंने मोंटी के गले पर धारदार हथियारों का गहरा घाव देखा तो वह बिफर पड़े और मृतक के परिवार वालों से उलझ गए काफी देर तक हंगामा हुआ। जिन्होंने हत्या किए जाने का आरोप लगाया। सूचना मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकार नजीबाबाद, एसपी सिटी संजीव बाजपेई मौके पर पहुंचे।

Murder: Bajrang Dal official murdered by slitting his throat, body found in the house

मृतक के मामा भागेंद्र की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया कि उसकी बहन की शादी बलराज के संग हुई थी। सत्येंद्र उर्फ मोंटी के जन्म के बाद उसकी बहन की मौत हो गई थी। इसके बाद बलराज ने दूसरी शादी मधुबाला से कर ली। मधुबाला एक लड़की शालू को अपने संग लेकर आई थी जबकि एक बेटा मानव उर्फ बंटू गोविंदपुर में ही पैदा हुआ।

आरोप लगाया कि सत्येंद्र उर्फ मोंटी अपने हिस्से की जमीन मांग रहा था। उसकी सौतेली मां मधुबाला, उसका सौतेला भाई मानव उर्फ बंटू, बहन शालू और बहनोई अनुज जमीन देने को तैयार नहीं थे। अगर जमीन का बंटवारा हो जाता तो मोंटी के हिस्से में 10 बीघा जमीन मिलनी थी। जमीन के लालच में ही उसकी सौतेली मां ने सत्येंद्र उर्फ मोंटी की शादी नहीं होने दी थी।

Murder: Bajrang Dal official murdered by slitting his throat, body found in the house

उधर घर में शव मिलने के बाद नाटकिय घटनाक्रम के बीच मृतक का पिता बलराज और सौतेली मां मधुबाला जिला अस्पताल में भर्ती हो गए। जिनका कहना था कि उन्हें किसी ने नशा दिया है। जिसके चलते उनकी बेहोशी नहीं टूट रही है।

मृतक के मामा की तहरीर पर पुलिस ने सौतेले भाई और सौतेली मां समेत चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने सौतेले भाई को हिरासत में भी लिया है। जिससे पूछताछ की जा रही है।

घर के पास पड़े मिले नशे की गोली के खाली रैपर
मृतक मोंटी बजरंगी के घर के पास नशे की गोली के खाली रैपर पड़े हुए मिले हैं जिसे पुलिस की टीम ने साक्षय के लिए हादसा अपने पास रख लिया। इसके साथ ही घर में रखे हुए दूध व अन्य खाद्य पदार्थ का नमूना लिया गया है।

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शव को गड्ढे में दबाने की थी योजना
घर के एक कमरे में मोंटी का रक्त रंजित शव पड़ा मिला। वहीं बराबर के कमरे में करीब पांच फुट गहरा गड्ढा खोदा गया था। गड्ढे से निकली हुई मिट्टी को देखकर माना गया कि यह गड्ढा एक दिन में नहीं बल्कि पिछले कई दिनों से खोदा जा रहा था।

Murder: Bajrang Dal official murdered by slitting his throat, body found in the house

गड्ढे में उतरने के लिए बाकायदा एक रस्सी को कुंड में बांधकर नीचे लटकाया गया था। गड्ढे में रस्सी के सहारे आसानी से उतर जा सके और गड्ढा खोदने में निकलने वाली मिट्टी को बाहर किया जा सके। आश्चर्य की बात तो यह भी रही कि गड्ढा खोदने के बाद उसे निकली हुई मिट्टी कमरे में ही चारों तरफ फैली हुई थी जिसे बाहर नहीं फेंका गया। अनुमान है कि हत्या करने के बाद इसी गड्ढे में मोंटी के शव को दबाने की योजना थी।

गड्ढे को लेकर गुमराह करता रहा बंटू
मृतक का सौतेला भाई बंटू जब पुलिस की हिरासत में लिया गया तो उस गड्ढे को लेकर पूछताछ की गई। जिसमें उसने बताया कि एक तांत्रिक ने उनके घर में सोना-चांदी दबे होने की बात कही थी। सोना चांदी निकालने के लिए ही गड्ढा खोदा गया था। दो महीने से धीरे-धीरे गड्ढा खोद रहे थे लेकिन सोना-चांदी निकालने के लिए गड्ढा खोदने की बात किसी के गले नहीं उतरी।

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रामनवमी पर निकली थी शोभायात्रा
बजरंग दल से जुदा होने के कारण सत्येंद्र उर्फ मोंटी को मोंटी बजरंगी भी कहते थे। लोगों ने बताया कि रविवार को रामनवमी होने की वजह से मोंटी की अगुवाई में गांव में एक छोटी सी शोभायात्रा भी निकल गई थी। रात 10:00 बजे तक शोभायात्रा के कामकाज में वह व्यस्त रहा इसके बाद घर जाकर सो गया। और रात में किसी वक्त मोंटी की गलारेत कर हत्या कर दी गई।

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