उत्तर प्रदेश राज्य

बागपत…आज ये बचना नहीं चाहिए

बागपत। बागपत के बड़ौत के पास ट्योढ़ी गांव निवासी अरुण प्रजापति मीशो ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी में मैनेजर थे। उनकी शादी छह माह पहले सरधना थाना क्षेत्र के गांव कुशावली की अर्चना पुत्री योंगेद्र से हुई थी। गुरुवार दोपहर एक बजे अरुण पत्नी के साथ बाइक से सरधना दवाई लेने आए थे। इसके बाद वह ससुराल चले गए। शाम पांच बचे पत्नी के साथ ट्योढ़ी के लिए निकल गए।

पत्नी अर्चना के मुताबिक, करीब छह बजे धनवाली मंदिर रजबहा पटरी और मेरठ करनाल हाईवे के बीच पहुंचे तो बाइक पर आए दो बदमाशों ने हथियारों के बल पर उन्हें रोक लिया। बदमाशों ने अरुण का मोबाइल छीनकर रजवाहे में फेंक दिया। इसके बाद अर्चना का पर्स लूट लिया। अरुण ने विरोध किया तो बदमाशों ने सिर और सीने में गोलियां मारकर हत्या कर दी। पुलिस पूरे मामले की छानबीन में लग गई। परिजनों ने पत्नी के प्रेमी पर शक जताया तो हत्या की गुत्थी सुलझती चली गई।

दरअसल शुक्रवार को मायके से निकलने से पहले अर्चना ने फोन कर अपने प्रेमी अभिषेक सोम से कहा था कि हम निकलने वाले हैं…आज ये बचना नहीं चाहिए। अर्चना से बात करने के बाद अभिषेक ने गांव के हर्ष सोम, अर्जुन उर्फ सोनू सैनी और अक्षय उर्फ भोला वाल्मीकि को तयशुदा प्लानिंग के तहत रजबहे की पटरी पहुंचने के लिए बोल दिया।

तीनों ने पहले तैयार की गई योजना के मुताबिक वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस ने अर्चना और उसके प्रेमी अभिषेक को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। शूटर भोला, अर्जुन और मुखबिरी करने वाले रवि को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

पति की हत्या के बाद दिखावे के आंसू बहाती रही अर्चना
छह महीने पहले अरुण के साथ सात फेरे लेने वाली अर्चना ने हत्या के बाद पुलिस के सामने खूब दिखावे के आंसू बहाए। वह बार-बार यही कहती रही कि बदमाशों ने सुहाग उजाड़ दिया। कोई सोच भी नहीं सकता था कि अर्चना ऐसी घटना करा देगी। वारदात के बाद से लेकर रात को एक बजे तक अर्चना मेडिकल कॉलेज मोर्चरी पर मौजूद रही।

अरुण कुछ दिन पहले ही अर्चना के साथ मनाली घूमने गया था। हीरे की अंगूठी दी थी। अर्चना के साथ रहने के लिए उसने अमेरिका जाने का भी ऑफर ठुकरा दिया था।

अर्चना जबरन अरुण को अपने साथ दवाई लाने का बहाना बनाकर अपने साथ ले गई थी। कई बार अरुण ने इंकार भी किया, लेकिन वह नहीं मानी। इस तरह साफ है कि अर्चना ने प्रेमी के साथ मिलकर पहले ही अरुण की हत्या की योजना बनाई हुई थी। अंकुर ने कहा कि यदि उन्हें पता होता तो भाई को अर्चना के साथ नहीं जाने देते।

अरुण की पत्नी अर्चना, उसके प्रेमी को कोर्ट में पेश कर दिया गया। तीनों फरार हत्यारोपियों में भोला, अर्जुन और मुखबिरी करने वाले को रवि को हिरासत में ले लिया गया है। – रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी