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बांसवाड़ा : हैंडपंप व केटलशेड के कार्यों में 1 करोड 40 लाख से अधिक का फटका : कुशलगढ़ ज़िला बांसवाड़ा राजस्थान धर्मेन्द्र सोनी की रिपोर्ट

राजस्थान : बांसवाड़ा जिले के गढ़ी पंचायत समिति की पाराहेडा ग्राम पंचायत में हुएं विकास कार्यों में लाखों के भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद अब पंचायत समिति गांगड़तलाई की ग्राम पंचायत खुंटी नाथजी में हूए कार्यो की शिकायत पर कराई जांच में गड़बड़झाले का भ्रष्टाचारी जिन्न बाहर निकल कर आया है! फड़के की जांच में गड़बड़ी की पुष्टि पर सरपंच विकास अधिकारी, सहित अन्य कार्मिकों से अब सरकार 1 करोड़ 40 लाख से अधिक राशी सभी से वसुल की जाएगी

जानकारी अनुसार गांगड़तलाई पंचायत समिति की खुटीनारजी ग्राम पंचायत में साल2015 से लेकर साल 2018 यानी 3साल तक गड़बड़झाला होता रहा ओर किसी को भनक तक नहीं लगी, विभिन्न योजनाओं में जब जांच कराई तो यह गड़बड़झाला सामने आया, इसकी शिकायत पर तत्कालीन ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के मंत्री के पास पहुंची तो मंत्री ने गत अप्रैल माह के पहले सप्ताह में मामले की जांच के आदेश देकर रिपोर्ट पेश करने के सख्त निर्देश दिए, मंत्री के सख्त निर्देश के बाद दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन भी किया गया,जांच कमेटी ने साल2015,से साल 2018 तक कराएं विकास कार्यों की जब पत्रावलिया तलब कर व भौतिक सत्यापन कर बारीकी से जांच की तो भ्रष्टाचार का जिन बाहर निकल ही आया, जिसमें हैडपंप खोदने केटल शेड बनवाने, सड़क निर्माण, सहित अन्य कार्यों में भारी गड़बड़ी सामने आई, जानकारी अनुसार जिसे कार्य का जिम्मा सौंपा गया था

उसने अन्य से काम करवाया इस गड़बड़झाले के खेल में करीब3लाख के विज्ञापन भी व्यय किए गए हैं, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बांसवाड़ा के नरेश बुनकर की माने तो सभी से नियमानुसार कार्रवाई व राशी वसुली जानी है वेसे तो पंचायत समिति में बिडीओ भ्रष्टाचार नहीं करने का ढिंढोरा पीटने में कोई कसर बाकी नहीं रखते है तो एक नहीं पांच बिडीओ ने ये गड़बड़झाले पर पैनी नज़र क्यों नहीं रखी कहीं ना कहीं लगता हे दाल में कुछ काला हुआ है जिसे इन्कार नहीं किया जा सकता! यह तो भला हो शिकायत करने वाले का की सभी की पोल ही खोलकर रखदी वर्ना गड़बड़झाले की राशी लेकर डकार तक नहीं लेते,!इधर जिन कार्मिकों ने फटका लगाया उनसे अब राशी वसुली की अनुशंसा ने अंगद की तरह पैर जमादिएं है

सबसे पहले, सरपंच लक्ष्मणलाल गरासिया से 67 लाख 80 हजार 908 सो रुपए बीडीओ अमीन गरासिया से 52 लाख 46 हजार 388 रुपये बिडीओ चेतनलाल कटारा से 15 लाख 34 हजार 520रुपये जेटीएं सतीश सोनी से 95 हजार 481 रुपये वहीं वरिष्ठ सहायक लेखा कांतिलाल से 1 लाख 3 हजार 699 रुपये एईएन भुपेश व्यास से1लाख 3हजार 967सो रुपए बिडीओ शफकतुल्ला खान से 74 हजार 778 सो रुपए, बिडीओ पप्पुलाल मिणा से 16 हजार 987 सो रुपए व बिडीओ हेमंत चंदेलिया से 3 हजार 716 रुपयो की वसुली होगी आपको जानकर हैरानी होगी कि जिम्मेदारो ने मिलकर फटका लगाया है! वहीं सरकार यदी बारीकी से जांच कमेटी गठित कर जांच शुरू करे तो अन्य पंचायत समितियों में भी गड़बड़झाले का जिन्न बाहर निकल कर आ सकता है