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बांग्लादेश ने कहा, एक सप्ताह पहले लापता होने वाले सांसद अनवारुल अज़ीम की ”भारत” में सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है : रिपोर्ट

बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज़्ज़मान ख़ान ने कहा है कि एक सप्ताह पहले लापता होने वाले सांसद अनवारुल अज़ीम की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है.

उन्होंने बताया है कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

गृह मंत्री असदुज़्ज़मान ख़ान ने बुधवार को ढाका के धानमंडी इलाके में अपने आवास पर आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “यह हत्या सुनियोजित तरीके से की गई है. बांग्लादेश में पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.”

गृह मंत्री ने कहा कि फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है और भारतीय पुलिस भी इस मामले में सहयोग कर रही है.

इससे पहले कोलकाता में विधाननगर के पुलिस उपायुक्त मानव श्रृंगला ने बीबीसी बांग्ला को बताया था, “पूछताछ के दौरान कार के ड्राइवर ने बताया है कि उसने 13 मई को जिस व्यक्ति को अपनी कार में चढ़ाया था, उसकी हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद उसे फेंक दिया गया है.”

लेकिन कोलकाता पुलिस ने अब तक औपचारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं की है कि सांसद की हत्या की गई है या नहीं या फिर उनका शव बरामद किया जा सका है या नहीं.

पर बांग्लादेश पुलिस के एक जिम्मेदार अधिकारी ने भी बीबीसी बांग्ला से इस बात की पुष्टि की है कि कोलकाता पुलिस ने बताया है कि सांसद अनवारुल अज़ीम की कोलकाता में हत्या कर दी गई है.

बांग्लादेश के गृह मंत्री ने पत्रकारों को बताया, “सांसद अनवारुल इलाज कराने के लिए भारत गए थे. यह सीधे मर्डर है. इसके पीछे का रहस्य आपको बाद में बताऊंगा.”

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इस सवाल पर खान का कहना था, “ऐसी कोई घटना नहीं घटी है जिससे आपसी संबंधों में दरार पैदा हो सके. हमारे पास अब तक जो सूचना है उसके मुताबिक अनवारुल की हत्या बांग्लादेश के नागरिक ने ही की है.”

उन्होंने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद हत्या के असली मकसद की जानकारी मिल सकेगी.

हत्या का पता कैसे चला?

पश्चिम बंगाल पुलिस की एंटी-टेररिस्ट यूनिट (एटीएफ) के अधिकारियों ने बीबीसी को बताया है कि जांच शुरू करने के बाद उन्होंने सबसे पहले अनवारुल अज़ीम को उनके मित्र के घर से ले जाने वाले कार ड्राइवर को हिरासत में लिया था.

ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि अज़ीम के कार में बैठने के बाद तीन और लोग उसमें सवार हुए थे. उनमें दो पुरुष थे और एक महिला. बाद में यह चारों लोग कोलकाता के न्यू टाउन इलाके में स्थित एक मकान में गए. सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से एटीएफ ने चार लोगों को घर में प्रवेश करते देखा लेकिन बाहर तीन ही लोग आते दिखे.

एटीएफ अधिकारियों के मुताबिक इसके बाद दोनों पुरुष बांग्लादेश लौट गए.

पुलिस ने इसकी जानकारी बांग्लादेश के ख़ुफ़िया विभाग को दी जिसके बाद उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन दोनों लोगों से मिली जानकारी कोलकाता पुलिस के साथ साझा की गई है. इसके बाद ही पुलिस सांसद अनवारुल अज़ीम की मौत की पुष्टि कर सकी.

पुलिस ने बताया कि न्यू टाउन के उस फ़्लैट के भीतर खून के निशान मिले हैं. हालांकि बुधवार दोपहर तक सांसद का शव बरामद नहीं हो सका है. पुलिस ने इस फ़्लैट को अब सील कर दिया है.

कोलकाता स्थित बांग्लादेश उच्चायोग ने इस बात की पुष्टि की है कि अनवारुल की बेटी मुमतारीन फ़िरदौस डोरिन बुधवार सुबह कोलकाता पहुंच गई हैं.

नाश्ते के बाद हुए थे गायब

कोलकाता के सिंथी इलाके के रहने वाले कारोबारी गोपाल विश्वास बताते हैं कि अनवारुल अज़ीम के साथ बीते दो दशकों से उनके पारिवारिक संबंध थे.

गोपाल विश्वास कोलकाता में आभूषण के निर्यात के कारोबार से जुड़े हैं.

बांग्लादेश में बीएनपी सरकार के सत्ता में रहने के दौरान अनवारुल भारत में ही रहते थे. तब वे कोलकाता के माझदिया में सुभाष अग्रवाल के घर में रहते थे. वहीं गोपाल विश्वास से उनका परिचय हुआ जो आगे चलकर मित्रता में बदल गया.

अनवारुल हक़, गोपाल विश्वास के बरनगर स्थित घर पर ही रुके हुए थे. गोपाल के मुताबिक अनवारुल हक भारत में किसी न्यूरोलॉजिस्ट को दिखाना चाहते थे.

गोपाल बताते हैं कि 13 मई को अनवारुल हक ने सुबह का नाश्ता किया.

उस सुबह के बारे में विश्वास ने कहा, “मैंने उनसे यह भी कहा था कि आज मेरी कार उपलब्ध नहीं है, इसलिए वो किसी कार का इंतजाम कर लें. उसके बाद मैं घर की पहली मंजिल पर बने अपने दफ्तर में चला गया.”

गोपाल के मुताबिक दोपहर के समय घर से निकलते वक्त अनवारुल ने कहा था कि वे शाम तक घर लौट आएंगे, लेकिन जब वे समय से घर नहीं आए, तो गोपाल को चिंता हुई और उन्होंने गुमशुदगी की शिकायत बरानगर थाने में दर्ज करवा दी.

शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने सांसद अनवारुल की खोजबीन शुरू की. सबसे पहले पुलिस ने उनके फोन की लोकेशन को ट्रैक किया, जो कोलकाता के न्यू मार्केट इलाके की मिली.

इसके बाद 17 मई को उनका फोन बिहार के किसी इलाके में कुछ देर के लिए ऑन हुआ था.