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बहुजन समाज पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी, मुस्लिम लीग ने इलेक्टोरल बॉन्ड के ज़रिये कोई चनदा नहीं लिया, ये हैं अन्य पार्टियां!

रविवार को भारतीय चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर और जानकारी सार्वजनिक की है. इसके अनुसार कुछ पार्टियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के ज़रिए राजनीतिक चंदा नहीं लिया.

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने कहा कि पार्टी ने चुनावी बॉन्ड्स का विरोध किया था और फ़ैसला किया था कि वो इसके ज़रिए चंदा नहीं लेगी.

पार्टी ने कहा, “न तो हमने चुनावी बॉन्ड्स के लिए कोई बैंक अकाउंट तय किया है और न ही हमें इसके ज़रिए कोई चंदा मिला है.”

ऑल इंडिया फ़ॉर्वर्ड ब्लॉक ने भी कहा है कि “सैद्धांतिक तौर पर हम इस योजना का विरोध करते रहे हैं और इसके ज़रिए हमें कोई पैसा नहीं मिला है.”

शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि उन्हें बीते दिनों पार्टी का नया चुनाव चिन्ह मिला है और शिवसेना को जो इलेक्टोरल बॉन्ड्स मिले थे इसका ज़िक्र शिवसेना (यूबीटी) के खाते में नहीं है. हालांकि पार्टी ने शिवसेना को मिले चंदे की पूरी जानकारी दी है.


इनके अलावा सैंकड़ों और राजनीतिक पार्टियां हैं जिन्होंने कहा है कि उन्हें इलेक्टोरल बॉन्ड के ज़रिए चंदा नहीं मिला है. इनमें से कुछ हैं –

बहुजन समाज पार्टी
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट
महाराष्ट्र नव निर्माण सेना
पीपल्स पार्टी ऑफ़ अरुणाचल प्रदेश
कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (लिबरेशन)
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग इंडियन
इंडियन नेशनल लोकदल
लोक जनशक्ति पार्टी (आरवी)
नगा पीपल्स फ़्रंट
असम गण परिषद
जम्मू कश्मीर पीपल्स कॉन्फ्रेंस