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फिर सुबह ज़रूर होगी….साबरमती एक्सप्रेस में क्या हुआ था?

Awesh Tiwari
@awesh29
भाजपा समर्थक सवाल कर रहे हैं कि साबरमती एक्सप्रेस में क्या हुआ था?यह सवाल वाजिब है क्योंकि पूछने वाले ज्यादातर उस वक्त पैदा भी नहीं हुए थे। लल्लनटॉप की एक खबर का हिस्सा पढ़िए +

“पुलिस ने 94 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की. शुरुआती सुनवाई में कोर्ट ने माना कि ये हादसा कोई एक्सीडेंटल केस नहीं था. बल्कि एक सोची समझी साजिश थी.

कोर्ट ने 11 आरोपियों को फांसी और 20 को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई. बाकी 63 आरोपियों को बाइज्जत बरी कर दिया गया.

बरी होने वालों में वो भी शामिल था, जिसे पहले मुख्य आरोपी माना जा रहा था. मामला हाईकोर्ट गया. 2017 में गुजरात हाई कोर्ट ने भी इस केस में फैसला सुनाया

. बस फर्क इतना था कि जिन 11 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई थी, उनकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया. २२ साल हो गए पर अभी ये मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. जनवरी 2025 में इसपर सुनवाई होनी है.”

यानि 22 साल बाद भी मामला नहीं निपटा।

फिर सुबह जरूर होगी!
@chaudharyrk1001

गुजरात के तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष एवं भू.पू.मुखयमंत्री का क्या कहना है वह सुने वे तो बता रहे हैं कि राजनीतिक लाभ के लिए,षड्यंत्र के तहत बोगी में आग अंदर से लगाई गई ना कि बाहर से