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पहले यहां का भी इंतजाम देख लूँ…बॉस को मक्खन लगाने में बड़ा माहिर था…।
एक कर्मचारी कम्पनी के सभी कामों से बचता था लेकिन बॉस को मक्खन लगाने में बड़ा माहिर था…..। वह बॉस के आदेश के अनुसार सभी काम करता था। ऑफिशियल काम को छोड़ कर वह बॉस के सभी निजी काम जैसे उनके बेटे की कॉलेज फीस जमा करना, बेटी की डांस कॉस्ट्यूम खरीदना, उनकी कार की […]
हम सत्य हैं, हम नित्य हैं और आनंद स्बरूप हैं इस बात का बोध होना ही ‘ध्यान’ है : लक्ष्मी सिन्हा का लेख पढ़िये
Laxmi Sinha ============== हम सत्य हैं, हम नित्य हैं और आनंद स्बरूप हैं इस बात का बोध होना ही ‘ध्यान’ है ______________________ जब चेतना का प्रकाश किसी भी परिस्थिति से प्रभावित नहीं होता तथा चेतना सदा आनंद में रहने लगती है,तब मनुष्य उस द्वार में प्रवेश कर जाता है,जहां ‘मैं’से परिचय होती है, यही ‘ध्यान’ […]
…तुम तो हमें यहां अकेले छोड़ कर चले गए
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= ” माँ बाप की दौलत …. गांव में अपने बुजुर्ग पिता के अंतिम संस्कार के बाद नहाने के बाद दोनों बेटे घर के बाहर आंगन में अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों के साथ बैठे हुए थे कुछ लौट चुके थे और कुछ वहीं अबतक एकत्रित थे इतने में बड़े बेटे की पत्नी […]