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एक और प्रोफ़ेसर साहब का क़िस्सा, विख्यात धार्मिक फ़ासिस्ट संगठन के नेता भी थे जो अपने को राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन कहता था!
Kavita Krishnapallavi =============== एक और प्रोफेसर साहब का किस्सा आपको एक और प्रोफेसर साहब का बेहद दिलचस्प किस्सा सुनाती हूँ जो प्रोफेसर होने के साथ ही एक ऐसे विख्यात धार्मिक फासिस्ट संगठन के नेता भी थे जो अपने को राष्ट्रवादी सांस्कृतिक संगठन कहता था I शहर का नाम नहीं बताऊँगी! ज़रूरत भी क्या है ! […]
उस समय मैं अपनी राजदूत मोटरसाइकिल को किक मार रहा था, उसने अपनी कार से मेरी तरफ़ देखा, लेकिन
Anand Agrahari ============ 3-4 साल पहले परिवार में शादी के जबरदस्त दबाव के चलते मुझे शादी के लिए एक सुंदर लड़की से मिलवाया गया… मिलने के बाद लड़की ने मेरी प्राईवेट नौकरी को ले के नापसंद करते हुए मुझे Reject कर दिया… मैंने खिसियाते हुए बोला कि तुम गलती कर रही हो, देखना 2 साल […]
#मुफ़लिस_का_सहारा_दिल_ही_तो_है…….मनस्वी अपर्णा की रचना पढ़िये!
मनस्वी अपर्णा ============== #मुफ़लिस_का_सहारा_दिल_ही_तो_है मुझे बचपन और अभाव कुछ अर्थों में एक जैसे लगते हैं….. कारण बताती हूं, दोनों में आशा और अहसास की कोमलता बची रहती है, एक कौमार्य होता है दोनों ही परिस्थितियों में…. जब हम बच्चे होते हैं तो हमारे पास बहुत सी आशाएं होती हैं जो बिलकुल अनछुई होती है भले […]