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फ़्रांस में भारत के प्रधानमंत्री को सर्वोच्च एवार्ड देने पर यूरोपीय संसद ने उठाए सवाल : रिपोर्ट

फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फ़्रांस के राष्ट्रीय दिवस के समारोहों की शुरुआत के मौक़े पर देश का सर्वोचच एवार्ड लीजन द आनर दिया जहां उन्हें विशेष अतिथि की हैसियत दी गई।

मैक्रां ने फ़्रांस का सर्वोच्च एवार्ड मोदी को दिया जो भारतीय प्रधानमंत्री को बेहतरीन दोस्ताना संबंधों और विश्वास के तहत फ़्रांस और भारत को एकजुट रखने की स्वीकारोक्ति है।

नरेन्द्र मोदी ने ट्वीटर पर कहा कि उन्होंने बड़े सम्मान के साथ यह एवार्ड प्राप्त किया और यह भारत की एक अरब चालीस करोड़ जनता के लिए इज़्ज़त की बात है।

मीडिया रिपोर्टों में यह कहा जा रहा है कि मोदी को दिए गए एवार्ड से यह ज़ाहिर होता है कि फ़्रांस और भारत के बीच संबंध कितने गहरे हैं और स्ट्रैटेजिक भागीदारी के 25 साल पूरे हो गए हैं।

इस मौक़े पर अपने भाषण में नरेन्द्र मोदी ने मैक्रां को अपना दोस्त क़रार दिया।

मोदी ने कहा कि यह नज़दीकी केवल नेतृत्व तक सीमित नहीं है बल्कि यह फ़्रांस और भारत के बीच अडिग दोस्ती है।

इससे पहले भारत के रक्षा मंत्री ने बयान दिया था कि फ़्रांस से नेवी के लिए 26 राफ़ाएल युद्धक विमान और 3 स्कार्पियन पनडुब्बियां ख़रीदने को मंज़ूरी दी गई है।

फ़्रांस के राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा था कि भारत दुनिया के इतिहास का विशाल जायंट है और भविष्य में उसका निर्णायक रोल होगा।

गंभीर तनाव और झड़पों का कई हफ़्तों तक सामना करने वाले फ़्रांस में राष्ट्रीय दिवस के समारोह काफ़ी प्रभावित नज़र आए।

इस बीच यूरोपीय संसद ने भारत के राज्य मणिपुर में दंगों के बारे में भारत के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित किया और मांग की कि मानवाधिकारों का हनन रोक जाए।

यूरोपीय संसद के प्रस्ताव को भारतीय विदेश मंत्रालय ने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप क़रार दिया है।