उत्तर प्रदेश राज्य

फ़तेहपुर : कंडक्टर ने चलती बस में चढ़ रहे सगे भाइयों समेत तीन छात्रों को धक्का दिया, सीट पर छात्रों को नहीं बैठने देते बसवाले!

फतेहपुर।उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। यहां बस कंडक्टर का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। कम रुपये मिलने की वजह से शनिवार सुबह कंडक्टर ने चलती बस में चढ़ रहे सगे भाइयों समेत तीन छात्रों को धक्का दे दिया।

एक छात्र की बस से कुचलकर मौत हो गई। जबकि बड़ा भाई भी जख्मी हुआ है, तीसरे छात्र की हालत नाजुक है। लोगों ने बस में तोड़फोड़ कर जाम लगा दिया। इस दौरान करीब चार घंटे तक यातायात बाधित रहा।

हुसैनगंज थाना क्षेत्र के कनईपर निवासी धर्मेंद्र सिंह यादव का पुत्र सतेंद्र यादव (14) कक्षा आठ का छात्र था। वह अपने बड़े भाई भूपेंद्र यादव (16) और गांव के सुरेंद्र यादव के पुत्र साहिल (13) के साथ सुबह करीब आठ बजे मदर टेरेसा इंटर कॉलेज हुसैनगंज जाने के लिए निकले थे।

तीनों स्कूल जाने के लिए मवई बस अड्डे पर आठ बजे बस का इंतजार कर रहे थे। हथगाम की ओर से बस पहुंची। धीमी गति में चलती बस पर तीनों चढ़ने लगे। पिता धर्मेंद्र ने बताया कि छिवलहा निवासी साबिर बस कंडक्टर बच्चों को प्रतिदिन आने-जाने की वजह से अच्छी तरह से पहचानता था।

इसके बाद कंडक्टर के धक्का देने से तीनों बच्चे बस से नीचे गिर गए। इसी दौरान चालक ने बस रफ्तार में आगे बढ़ा दी। जिसमें बस से कुचलकर बेटे सतेंद्र की मौत हो गई। बड़ा बेटा भूपेंद्र और साहिल घायल हो गए।

नर्सिंग होम से साहिल को कानपुर हैलट अस्पताल रेफर किया है। हादसे के बाद यात्रियों से भरी बस छोड़कर चालक व कंडक्टर भाग निकले। इस दौरान ग्रामीणों ने बस पर पथराव किया और शव रखकर मार्ग पर जाम लगा दिया।

सीट पर छात्रों को नहीं बैठने देते बसवाले
ग्रामीणों ने बताया कि बस वाले छात्रों को पांच रुपये में हुसैनगंज उतारते हैं। दूसरे यात्रियों से 12 रुपये वसूलते हैं। कम किराया मिलने की वजह से छात्रों से अभद्रता की जाती है और बैठने के लिए सीट भी नहीं देते हैं।

पुलिस ने दर्ज किया मामला
इसी वजह से बच्चों को कंडक्टर ने धक्का दे दिया। एसडीएम प्रदीप रमन व सीओ सिटी सुशील दुबे समेत आसपास के आठ थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष सत्यपाल सिंह ने बताया कि पिता धर्मेंद्र की तहरीर पर बस कंडक्टर व चालक पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।