संभल – किसी शायर का यह शेर उस वक्त इस संवाददाता के मुंह से बरबस ही निकल पड़ता है जब बीते 14 अक्टूबर को यूपी पीसीएस –जे का रिजल्ट आता है और उसमें एक बेटी जज बनकर अपने पिता का सर फख्र से ऊंचा कर देती है। दरअस्ल हमारे समाज में बेटियों को दोयम दर्जे का नागरिक माना गया है, तभी भ्रूण हत्या जैसी घातक प्रथा समाज में प्रचलित हो गईं, सरकार को बेटियों के लिये नई नई स्कीमें लांच करनीं पड़ी।
खैर यहां बात हो रही है एक एसी बेटी की जिसने न सिर्फ अपने पिता बल्कि पूरे शहर और अपने समुदाय का नाम जज बनकर रौशन किया है। नगमा खान संभल की रहने वाली हैं और वे मैकेनिक मोबीन खान की बेटी हैं। नगमा ने उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज जूनियर डिविजन (पीसीएस जे) की परीक्षा उत्तीर्ण करके परिवार और संभल का नाम रोशन किया है।
उनकी कामियाबी से परिवार में खुशी का माहौल है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल के मौहल्ला महमूद खां सराय निवासी मोबीन खान की बोरिंग मैकेनिक की दुकान यशोदा चौराहा से आगे मंडी किशनदास सराय मार्ग पर है। उन्होंने शुरुआत से ही मेहनत करके बच्चों को अच्छी शिक्षा हासिल कराने के लिए कदम बढ़ाए और इसमें कामयाब भी हुए। उनकी बेटी नगमा खान ने भी जी तोड़ मेहनत करके पीसीएस जे की परीक्षा बीते शुक्रवार को पास की है। नगमा ने 218 पदों में से 29वीं रैंक हासिल की है।
नगमा खान ने क्षेत्र के ही सनातन पब्लिक स्कूल में कक्षा तीन तक पढ़ीं थीं, वे हमेशा क्लास में टॉपर रहीं। बाल विद्या मंदिर स्कूल से दसवीं तक की शिक्षा संभल से ली थी और उसके बाद वो दिल्ली चली गईं, दिल्ली जाकर भी उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। नगमा जापान, स्विटजरलैंड तो कभी पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले चुकी हैं।
कानून की पढ़ाई करने वाली नगमा ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से एलएलएम करने के आखिरी सत्र के दौरान नगमा ने आईएसए राहुल के निर्देशन में कोचिंग ली। अपनी इस कामियाबी से जहां नगमा खान खुश हैं, वहीं उनके परिवार वाले भी उनकी कामियाबी पर फूले नहीं समा रहे हैं।