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वो हरिद्वार तो चला गया मगर अब भी सदमें में था….
Sachin Malan =================== *🌳ईमानदारी ही सर्वश्रेष्ठ नीति🌳*आज की कहानी एक व्यक्ति काम की खोज में इधर-उधर धक्के खाने के बाद निराश होकर जब घर वापस लौटने लगा तो पीछे से आवाज आयी, ऐ भाई! यहाँ कोई मजदूर मिलेगा क्या? उसने पीछे मुड़कर देखा तो पाया कि एक झुकी हुई कमर वाला बूढ़ा तीन गठरियाँ उठाए […]
हम सब नकारात्मक विचारों को त्याग कर, सकारात्मक विचारों को अपनाएं,,,,,,,।…..By – लक्ष्मी सिन्हा
Laxmi Sinha ========= · हम जैसा होना और बनना चाहते हैं विचार हमें उसी लक्ष्य की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा प्रदान करती है।,, सद् विचार जीवन रूपी तपस्या के हवन कुंड से निकलने वाली वह प्राणदायिनी उर्जा है, जो यत्र_ तत्र_सर्वत्र को अपनी आभा से सुगंधित कर देती है। सद् विचार परिष्कृत मंत्र के […]
क्या बात है सालीजी, आजकल याद ही नहीं करतीं?
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ================== जीजाजी यानी मेरी मौसेरी बहन कृष्णा के पति का फोन था, “क्या बात है सालीजी, आजकल याद ही नहीं करतीं? तुम्हारी दीदी कुछ बीमार चल रही है, बहुत याद कर रही है तुम्हें. थोड़ा समय निकालकर मिलने आ जाओगी तो उसे अच्छा लगेगा.” “क्या हो गया दीदी को? कोई सीरियस बात […]