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प्राइम टाइम : गडकरी का क्रूरतम मज़ाक ‘हम उत्तर प्रदेश को भय मुक्त करेंगे’

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ब्यूरो (राजा ज़ैद खान) । भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया कि यदि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो प्रदेश को भय मुक्त कर दिया जायेगा । गडकरी पहले ये बताएं कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के दो वर्ष के अंदर देश के किस कौने में भय मुक्त समाज का निर्माण हुआ है , साथ ही जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां लोग कितना भय मुक्त महसूस कर रहे हैं जो यूपी में बीजेपी की सरकार बनने से ऐसा कोई करिश्मा हो जायेगा ।

गडकरी शायद ये भूल गए कि देश में पैदा हुआ असुरक्षा और असहिष्णुता का माहौल उन्ही की पार्टी की देन हैं । पिछले दो वर्षो के दौरान देश के अल्पसंख्य्क वर्ग में ही नहीं बल्कि दलितों में भी असुरक्षा का माहौल पैदा हुआ है । क्या गौ रक्षा के नाम पर निर्दोष लोगों पर हमले तथा कुलबर्गी जैसे ब्लॉगर्स की हत्या भय मुक्त समाज के निर्माण के संकेत देता है ?

गडकरी बताएं कि हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्र रोहित वेमुला की आत्म हत्या का ज़िम्मेदार कौन है ? गडकरी शायद यह भी भूल गए होंगे कि दादरी में अखलाख की ह्त्या से जुड़ा मुख्य आरोपी उन्ही की पार्टी के पदाधिकारी का बेटा है । उत्तर प्रदेश में अनावश्यक बयान देकर माहौल को सांप्रदायिक करने वाले योगी आदित्य नाथ, संगीत सोम और साक्षी महाराज भारतीय जनता पार्टी के ही सांसद और विधायक है ।

गडकरी बताएं कि क्या उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद साम्प्रदायिकता परोसने वाले भाजपा सांसद और विधायक सेकुलर हो जायेंगे ?

नितिन गडकरी का बयान एक क्रूरतम सियासी मज़ाक है जिसमे कोई सत्यता नहीं बल्कि बहुत बड़ा छल है । सबका साथ सबका विकास के नाम पर केंद्र में सत्ता तक पहुंची भारतीय जनता पार्टी के दो वर्षो के दौरान किसानों का कितना विकास हुआ ? यदि सबका साथ सबका विकास का नारा सही होता तो महाराष्ट्र के किसान यूं आत्महत्या करने को विवश न होते । जनता महंगाई से त्राहि त्राहि न कर रही होती और सत्ता सिर्फ चंद लोगों के इर्दगिर्द न सिमटकर रह जाती ।

भयमुक्त समाज के निर्माण का दावा करने वाले नितिन गडकरी बताएं कि देश का कौन सा ऐसा प्रदेश है जहाँ भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और वहां अल्पसंख्य्क और दलित खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हों । मध्यप्रदेश, हरियाणा और राजस्थान को ही ले लीजिए वहां अल्पसंख्यकों के साथ दूसरे दर्जे के नागरिकों की तरह व्यवहार किया जा रहा है । इतना ही नहीं राजस्थान और हरियाणा में गौ रक्षा के नाम पर भगवाधारियों का आतंक है और हाइवे से गुजरने वाले ट्रकों से जबरन उगाई की जाती है ।

क्या नितिन गडकरी बताएँगे कि वे किस आधार पर उत्तर प्रदेश में भय मुक्त समाज के निर्माण के दावे कर रहे हैं जबकि अन्य भाजपा शासित राज्यों में दलित और अल्पसंख्यक वर्ग खुद को असुरक्षित महसूस करता है ।