प्रयागराज।प्रयागराज में दोस्त से झगड़े के बाद कटरा में जहाज चौराहे के पास स्थित एक कोचिंग संस्थान की छत से छात्रा ने कूदकर जान दे दी। गंभीर अवस्था में उसे एसआरएन ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। दोस्त को हिरासत में लेकर पुलिस देर रात तक पूछताछ में जुटी रही।
भदोही के रोही गांव निवासी भूपेंद्र नाथ त्रिपाठी अल्लापुर के नगरहा तिराहा में किराये का मकान लेकर अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह पंडिताई करके परिवार चलाते हैं। दीपाली (22) उनकी तीन बेटियों में दूसरे नंबर की थी।
प्रत्यक्षदर्शी मो. सामिक ने बताया कि छात्रा सुबह करीब 11 बजे जहाज चौराहे के पास एक युवक के साथ दुकान के सामने खड़ी होकर बातचीत कर रही थी। अचानक दोनों में कहासुनी होने लगी। करीब ढाई घंटे तक दोनों नोकझोंक करते रहे।
इसी बीच युवक ने छात्रा का फोन छीनकर सड़क पर पटक दिया। छात्रा ने विरोध किया तो युवक ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। इससे आक्रोशित होकर वह सामने स्थित क्लाइमेक्स कोचिंग के दूसरे तल पर पहुंची और वहां से छलांग लगा दी। उसके नीचे गिरते ही आसपास के लोग दौड़े और उसे पास ही स्थित अस्पताल में ले गए।
जहां गंभीर हालत देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया। तब तक पुलिस भी पहुंच गई और युवती को एसआरएन ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना के बाद लोगों ने युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया, जिससे देर रात तक पूछताछ होती रही।
प्रारंभिक जांच पड़ताल में पता चला है कि छात्रा का युवक से झगड़ा हुआ, इसके बाद उसने छत पर पहुंचकर छलांग लगा दी। युवक हिरासत में है, उससे पूछताछ की जा रही है। परिजन जो तहरीर देंगे, उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।-दीपक भूकर, डीसीपी नगर
दोस्त ने बताया, इस बात पर हुआ था झगड़ा
छात्रा के दोस्त सौरभ सिंह ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह मूलरूप से रायबरेली का रहने वाला है। वर्तमान में कटरा में रहकर दरोगा भर्ती की तैयारी कर रहा है। दावा किया कि दीपाली के साथ उसका करीब डेढ़ साल से संबंध था।
सुबह उसे टेलीग्राम पर एक लड़के ने मैसेज कर दीपाली के बारे में कुछ बातें कहीं। उसके बताने पर दीपाली ने उसे मिलने बुलाया। वहां बातचीत चल रही थी तभी गुस्से में आकर वह कोचिंग की छत पर चढ़ गई और वहां से छलांग लगा दी। वह रोकता रहा लेकिन उसने उसकी बात नहीं सुनी।
एसआरएन अस्पताल में बेटी को बार-बार याद कर बिलखती रही मां
कटरा जहाज चौराहे के पास कोचिंग की छत से कूदने वाली दीपाली की मौत की पुष्टि के बाद एसआरएन अस्पताल में मां अंजना के चीत्कार से वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। मां बार-बार बेटी को याद कर बिलखती रही। मौजूद परिजनों से किसी तरह उन्हें संभाला।
मां ने बताया कि वह दूसरों के घरों में चूल्हा-बर्तन का काम करती है। सुबह ही काम पर निकल गई थी। दीपाली ने खाना बनाया और फिर किसी से फोन पर बात की। इसके बाद वह पिता से सहेली से मिलने की बात कहकर घर से निकली थी। करीब 11 बजे जब वह लौटी तो दीपाली घर पर नहीं थी और उसका फोन भी बंद आ रहा था।