प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आचार्य श्रील प्रभुपाद की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आचार्य श्रील प्रभुपाद को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान पीएम का वाद्ययंत्रों के साथ स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रील प्रभुपाद को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi pays floral tribute to Acharya Srila Prabhupada at Bharat Mandapam, Pragati Maidan. pic.twitter.com/GnMECecQb0
— ANI (@ANI) February 8, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रील प्रभुपाद की 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi facilitated with a shawl & a memento of Srila Prabhupada at Bharat Mandapam, Pragati Maidan pic.twitter.com/mZxWqchkfs
— ANI (@ANI) February 8, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “अभी कुछ महीने पहले G20 समिट के जरिए यहां से नए भारत के दर्शन हुए थे। आज इसे वर्ल्ड वैष्णव कन्वेंशन को आयोजित करने का सौभाग्य मिल रहा है और यही तो नए भारत की तस्वीर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इस अवसर पर मुझे श्रील प्रभुपाद जी की स्मृति में पोस्टल स्टैम्प और स्मारक सिक्का जारी करने का सौभाग्य भी मिला है। इसके लिए भी मैं आप सभी को बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रभुपाद गोस्वामी जी की 150वीं जयंती हम ऐसे समय मना रहे हैं, जब कुछ ही दिन पहले भव्य राम मंदिर का सैंकड़ों साल पुराना सपना पूरा हुआ है। आज आपके चेहरों पर जो उल्लास और उत्साह दिखाई दे रहा है, मुझे विश्वास है कि इसमें रामलला के विराजमान होने की खुशी भी शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चैतन्य महाप्रभु, कृष्ण प्रेम के प्रतिमान थे। उन्होंने आध्यात्म और साधना को जन साधारण के लिए सुलभ बना दिया। उन्होंने हमें बताया कि ईश्वर की प्राप्ति केवल सन्यास से ही नहीं, उल्लास से भी की जा सकती है। चैतन्य महाप्रभु ने हमें दिखाया कि श्रीकृष्ण की लीलाओं को, उनके जीवन को उत्सव के रूप में अपने जीवन में उतारकर कैसे सुखी हुआ जा सकता है। कैसे संकीर्तन, भजन, गीत और नृत्य से आध्यात्म के शीर्ष पर पहुंचा जा सकता है, आज कितने ही साधक ये प्रत्यक्ष अनुभव कर रहे हैं।