Mohd Ali Azad Ansari
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पेट की गैस की दवाई
यूनानी में पेट की गैस को “रियाह-ए-मेदा” (Riha-e-Meda) कहा जाता है, जिसे हाजमे की कमजोरी, कब्ज़ , और आंतों में गैस के इकट्ठे होने की वजह माना जाता है। इसका इलाज जड़ी-बूटियों, खाने के बैलेंस और हिकमत (हर्बल मेडिसिन) से किया जाता है।
यूनानी इलाज:
1. हब्ब-ए-हरितकी –हाजमे को सुधारता है और गैस को कम करता है।
2. जवारिश कमूनी – जीरे और दूसरी जड़ी बूटियों से बनी यह दवा गैस और कब्ज़ में फायदे मंद है।
3. हब्ब-ए-बादीयान – सौंफ और अन्य हर्बल तत्वों से बनी यह गोली गैस की समस्या को दूर करती है।
4. खमीरा मारवारीद –हाजमे को बेहतर बनाता है और गैस्ट्रिक परेशानियों को बेहतर करता है।
5. लौंग और इलायची का – पेट में ठंडक बनाए रखता है और गैस की समस्या से राहत देता है।
6. सौंफ, अजवाइन और काला नमक – एक चम्मच खाने से पेट की गैस कम होती है।
खाने का तरीका (डाइट मैनेजमेंट)
1. हल्का और सुपाच्य भोजन करें – दलिया, खिचड़ी, सूप, और हरी सब्जियां खाएं।
2. गैस बढ़ाने वाले पदार्थों से बचें – राजमा, छोले, उड़द दाल, ज्यादा तला-भुना और मसालेदार खाना कम खाएं
3. गर्म पानी पिएं – सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीने से पेट की गैस में राहत मिलती है।
4. छाछ और पुदीना – दोपहर के खाने के बाद छाछ में पुदीना और अजवाइन मिलाकर पिएं
5. खाने के बाद टहलें – खाने के तुरंत बाद लेटने की बजाय 10-15 मिनट टहलें।
6. अदरक और नींबू का रस – खाने से पहले एक चम्मच अदरक का रस और नींबू का रस लेने से गैस नहीं बनती।
यूनानी में खान-पान और कुदरती इलाज से गैस की समस्या को जड़ से ठीक करने पर जोर दिया जाता है।