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पूर्व जर्मन चांसलर ने क्यों कहा कि पुतीन की धमकी को संजीदगी से लेना चाहिए, जानिये

यूरोप में पुतीन पर तंज़ कसा जा रहा है कि वो प्रतिबंदों का बदला ले रहे हैं ऊर्जा का संकट पैदा करके मगर पूर्व चर्मन चांसलर एंगेला मर्केल का कहना हे कि पुतीन की धमकी को संजीदगी से लेना चाहिए।.

मर्केल ने कहा हालिया दिनों के परिवर्तनों को देखते हुए मुझे यह कहना है कि पुतीन की धमकी को संजीदगी से लेना और इसे ब्लफ़ न मानना कमज़ोरी की निशानी नहीं है बल्कि राजनैतिक विवेक की निशानी है। ….इंफ़्लेशन के नए आंकड़े जंग का असर ज़ाहिर करते हैं। 1951 के बाद जर्मनी इंफ्लेशन की सबसे ऊंची सतह पर पहुंच गया है। पिछले महीने ऊर्जा की क़ीमत पिछले साल की तुलना में 42 प्रतिशत ज़्यादा हो गई है और कम आय वाले लोगों पर दबाव बढ़ गया है। …..एक बुज़ुर्ग का कहना है कि मैं रिटायर्ड हूं वर्तमान हालात में तो मैं बस सूखी रोटी और पानी ही ख़रीद सकता हूं। इस बीच यूरोप को गैस सप्लाई करने वाली पाइपलाइन में चौथी बार लीकेज की ख़बर आई है। रूस यूरोप और अमरीका जान बूझकर किए गए धमाके का नतीजा मानते हैं। नैटो ने दोषी को धमकी दी है और यूरोपीय आयोग इस गैस पाइपलइन के लिए सुरक्षा उपाय करने की कोशिश में है।……यूरोपीय आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि हम भरपूर मदद करेंगे कि इस मामले की जांच और दोषी का पता लगाया जाए जबकि हम ठोस क़दम उठा रहे हैं कि ऊर्जा सेंक्टर के लिए किसी तरह की समस्या पैदा न हो। अमरीका चूंकि रूस से यूरोप को गैस की सप्लाई का विरोधी था इसलिए उस पर शक किया जा रहा है। ख़ास तौर पर इसलिए कि यूक्रेन पर रूस के हमले से बीस दिन पहले अमरीका ने नार्द स्ट्रीम गैस पाइपलान के बारे में धमकी पूर्ण बात की थी और कहा कि इस मामले को निपटा लिया जाएगा।…..नार्द स्ट्रीम में चार बार लीकेज होने के बाद टीकाकारों का यह ख़याल है कि यूरोपीय देश इस उम्मीद में हैं कि उन्हें गैस की सप्लाई फिर बहाल हो जाएगी। बहरहाल यह तो आगे की बात है। इस समय सबसे महत्वपूर्ण विषय यूरोप का ऊर्जा संकट है। बर्लिन से आईआरआईबी के लिए अमीन शुजाई की रिपोर्ट।