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ब्राह्मण राज रावण और उनके कुनबे को नष्ट करवाने में महर्षि अगस्त्य, महर्षि मतंग, ऋषि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र आदि भी बराबर के दोषी हैं…
वाया : Apna mohalla-अपना मोहल्ला//fb ============= कल मैंने रावण के बारे में पोस्ट तो कर दिया लेकिन बाद में मेरी आत्मा ही मुझे धिक्कारने लगी कि मैं कैसा आदमी हूँ जो अपने पूर्वजों का सम्मान तक नहीं कर सकता. मैं अभी तक भगवान परशुराम, भगवान राम , कृष्ण आदि को ही अपना आइडियल मानता था […]
चरण स्पर्श और जातिवाद, चरण स्पर्श का संबंध सीधे जातिवाद से जुड़ा हुआ है — स्वामी रामानंद सैनी
वाया : Anil Kumar Singh Jaisawar//FB ============== चरण स्पर्श और जातिवाद- हमारे देश में चरण स्पर्श का संबंध सीधे जातिवाद से जुड़ा हुआ है l यद्यपि आज संविधान की देन है कि जातिवाद कुछ कम पड़ा है, लेकिन यह भारतीय मानव के अंदर इतनी पैठ बना चुका है कि उसे एकदम समाप्त करना असंभव नहीं […]
अयोध्या महज़ राम की होकर क्यों रह गई है, सीता की क्यों नहीं हो पाई है?
अवध में एक पुरानी लोककथा है. राम का राज खत्म होने के बाद लोगों को नाना प्रकार के दैहिक-दैविक-भौतिक ताप सताने लगे तो एक संत अपनी सिद्धियों के सहारे उनके तारणहार बनकर सामने आए. जिस किसी को भी कोई ताप या संताप सताता, निजात का कोई और उपाय काम न आने पर वह त्राहिमाम करता […]