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पुरुष ने अगर महिलाओं को तीन सेकंड से ज्यादा देखा तो महिलाएं असहज महसूस करने लगती हैं

Kranti Kumar
@KraantiKumar
ओशो डिस्कोर्स : पुरुष ने अगर महिलाओं को तीन सेकंड से ज्यादा देखा तो महिलाएं असहज महसूस करने लगती हैं.

जबकि महिलाएं चाहती हैं लोग टकटकी लगाकर देखें. उसके कपड़ों, उसके चेहरे, उसके खूबसूरत बालों और उसके खूबसूरत शरीर को,

लेकिन वो ऐसा भी चाहती हैं कि ऐसा देखो की ना उसे और ना ही औरों को पता चले. लेकिन 95% पुरूष अनाड़ी होते हैं.

वो टकटकी लगाकर लगातार देखते हैं. फिर महिलाएं कहती हैं लुच्चा है. लुच्चा शब्द बनता है लोचन से, लोचन यानी आंख.

मित्रों क्या आप लोग ओशो रजनीश की बातों से सहमत हैं या नही ?

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Kranti Kumar
@KraantiKumar
Deepa Mehta ने 1996 में FIRE फ़िल्म बनाकर देश का तापमान बढ़ा दिया था. इस फ़िल्म में शबाना आजमी और नंदिता दास ने काम किया था.

यह फ़िल्म लेस्बियन मुद्दे को केंद में रखकर बनाई गई थी. धर्म ठेकेदारों ने कहा ये फ़िल्म हमारी संस्कृति पर हमला है.

लेकिन जनता ने फ़िल्म देखकर फ़िल्म को सुपरहिट कर दिया. इसके बाद Deepa Mehta ने WATER फ़िल्म बनाने का एलान किया.

बनारस में शूटिंग हो रही थी. केंद्र में BJP और राज्य BJP की सरकार थी. फ़िल्म की शूटिंग रोक दी गयी. कहा गया धर्म संस्कृति को बदनाम कर रही है फ़िल्म.

Deepa Mehta ने लीजा रे और जॉन अब्राहम को लेकर श्रीलंका में शूटिंग की. 2005 में फ़िल्म रिलीज हुई. फ़िल्म देखा तो पता चला फ़िल्म में ऐसा कुछ नही, फ़िल्म विधवा आश्रम में रहने वाली महिलाओं के यौन शोषण पर बनाई गई थी.

हे मेरे प्रिय युवाओं, इन फिल्मों को देखकर अपना ज्ञान और अपनी जागरूकता बढ़ाओ.

 

डिस्क्लेमर : लेख में व्यक्त विचार/जानकारियां लेखक के निजी हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है