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पाकिस्तान में रहने वाले अफ़ग़ानी पलायनकर्ताओं पर संकट के बादल मंडराने लगे, तालेबान की राष्ट्रसंघ से गुहार : रिपोर्ट

पाकिस्तान में रहने वाले अफ़ग़ानी पलायनकर्ताओं पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

तालेबान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के उच्चायुक्त से मांग की है कि पाकिस्तान से निकाले जाने वाले शरणार्थियों के लिए कोई प्रबंध किया जाए।

अफ़ग़ानिस्तान के अप्रवासी मामलों के मंत्रालय ने गुरूवार को एक बयान जारी किया है। इसमें बताया गया है कि पाकिस्तान की सरकार उन अफ़ग़ान शरणार्थियों को अपने देश से निकाल रही है जिनके पास पर्याप्त डाक्यूमेंट नहीं हैं। इनको एक नवंबर तक का समय दिया गया है।

अफ़ग़ानिस्तान के अप्रवासी मामलों के मंत्री अब्दुर्रहमान राशिद ने कहा है कि पाकिस्तान के निकाले जाने वाले पलायनकर्तओं के लिए हमको कोई प्रबंध करना होगा। इस संबन्ध में हमको संयुक्त राष्ट्रसंघ से सहायता चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से अफ़ग़ानी पलायनकर्ताओं के निष्कासन का फैसला अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के विरुद्ध है।

उन्होंने बताया कि पिछले तीन सप्ताहों के भीतर इस्लामाबाद ने लगभग 23 हज़ार अफ़ग़ानी पलायनकर्ताओं को तूरख़म और स्पिन बुलदक की सीमाओं से निष्कासित किया है।

उल्लेखनीय है कि इस्लामाबाद की सरकार ने एलान किया है कि पाकिस्तान में रहने वाले वे सभी अफ़ग़ानी नागरिक जिनके पास देश में रहने के लिए क़ानूनी प्रमाण नहीं है उनको 1 नवंबर तक पाकिस्तान से निकल जाना चाहिए। पाकिस्तान में इस समय अफ़ग़ानिस्तान के 44 लाख शरणार्थी रहते हैं जिनमें से बहुतों के पास क़ानूनी प्रमाण नहीं है।