नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश एंटी टेरेर स्क्वायड (यूपीATS) ने सीमा सुरक्षा बल के एक सिपाही को पाकिस्तान के लिये जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये जवान का नाम अच्युतानंद मिश्रा है। उत्तर प्रदेश ATS का कहना है कि उन्होंने जांच की तो पता चला कि पाकिस्तानी खुफ़िया एजेंसी ISI खूबसूरत लड़कियों की फ़र्ज़ी फेसबुक आईडी बनाकर सेना के जवानों को मोहब्बत के जाल में फंसाकर उनसे जासूसी करा रही है अच्युतानंद का मामला भी उन्हीं में से एक है।
समाचार चैनल एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक ATS की काऊंटर एसपायोनेज टीम ऐसी इंडियन फेसबुक आईडीज की जांच कर रही थी, जो पाकिस्तान खुफिया ऐजंसी ISI की फेक फेसबुक आईडी के संपर्क में हैं। उसी दौरान उन्हें BSF का जवान अच्युतानंद मिश्रा उनकी नजर में आया। अच्युतानंद मिश्रा ने पूछताछ में बताया कि ISI एजेंट ने खुद को डिफेंस रिपोर्टर बताया था। पहले उसने उससे मीठी मीठी बातें कीं। फिर शादी का वादा, और उसके बाद उसने उससे जासूसी कराई।
.@dgpup OP Singh briefed the media at ATS Hqrs today about the arrest of a BSF constable Achyutanand Mishra who was honey trapped by ISI to pass secret information regarding military establishments. DGP complimented IG ATS & his team members for busting the honey trap. pic.twitter.com/p6j3OB1Wsk
— UP POLICE (@Uppolice) September 19, 2018
बता दें कि ATS और BSF की टीम ने पहले दिल्ली और नोएडा में दो दिन तक इस मामले में मिश्रा से पूछताछ की। इस दौरान अच्युतानंद मिश्र के मोबाइल और फेसबुक से तमाम सबूत मिले। जिसके द्वारा महिला को भेजे गये वीडियो भी मिले। इस सबूतों के मिलने के बाद बीएसएफ के इस जवान से पूछताछ की गई और मंगलवार को उसे सरकारी गोपनीयता कानून के तहत गिरफ्तार किया गया। ATS का कहना है कि सेना के खुफिया विभाग ने उन्हें जानकारी दी थी कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI फेसबुक पर महिलाओं के नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों से दोस्ती करती है।
दोस्ती होने के बाद वह सेना के जवानों से गोपनीय सूचनाएं हासिल करने की कोशिश करतीं हैं। प्राप्त सूचना के आधार पर ATS की काउंटर एस्पियोनाज टीम ने जब जांच शुरू की तो उससे पता चला कि फेसबुक पर ऐसे कई भारतीय अकाउंट हैं जो ISI की फर्जी आईडियों के संपर्क में हैं। इस संबंध में बारीकी से जांच करने पर BSF कांस्टेबल अच्युतानंद मिश्र पर संदेह गया।
अच्युतानंद मिश्र से पूछताछ और उसका डेटा डाउनलोड एंव एक्स्ट्रैक्ट करने के बाद कई बातें सामने आईं। उससे पता चला कि मिश्र ने 2016 में फेसबुक के द्वारा उस महिला के संपर्क में आया था। प्रदेश पुलिस प्रमुख सिंह ने बताया कि अच्युतानंद मिश्र के फोन में पाकिस्तान का एक फोन नंबर पाकिस्तानी दोस्त के नाम से भी सेव था। वह इसी नंबर पर व्हाटसऐप पर भी चैटिंग करता था।
अच्युतानंद मिश्र की चैट से पता चलता है कि उसे धर्म परिवर्तन और कश्मीर पर भारत विरोधी बातें कह कर प्रभावित किया जा रहा था। बीएसएफ के जवान मिश्र इसी नंबर पर सभी सूचनाएं शेयर करता था। सुरक्षा बल मिश्र को बुधवार को लखनऊ की अदालत में पेश कर उसकी रिमांड की मांग करेंगे। एटीएस अधिकारी ने कहा कि मिश्र के बैंक खातों की भी जांच पड़ताल की जा रही है ताकि पता किया जा सके कि क्या सूचनाएं साझा करने के बदले में उसने पैसे भी लिये थे।