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इस प्रकार बीकानेर देश में हाई-कोर्ट की स्थापना करने वाली प्रथम रियासत बनी…!!
लालगढ़ पैलेस, बीकानेर रियासत – राजपूताना (वर्ष 1926 ई.) बीकानेर के महाराजा गंगासिंह जी राठौड़ व राजकुमार बिजय सिंह जी (गंगनहर के उद्घाटन समारोह का दृश्य – 1927 ई.) वर्ष 1899-1900 में राजस्थान में एक बदनाम अकाल पड़ा था…विक्रम संवत १९५६ (1956) में ये अकाल पड़ने के कारण राजस्थान में इसे छप्पनिया-काळ कहा जाता है… […]
हरिणाया के नवाब नूर सदन ख़ान को अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ युद्ध करने पर फाँसी दी गयी थी!
वर्तमान हरिणाया के समस्त क्षेत्र को 1857 की क्रांति की लहर ने झकझोर दिया था। 1803 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने मराठों से एक संधि द्वारा हरियाणा पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया था। अंग्रेजों ने 1833 में नार्थ-वेस्टन प्राविंसिंस का निर्माण किया तथा इस प्रदेश के शासन प्रविधि को सुव्यवस्थित करने के लिए हिसार, […]
#इतिहास_की_एक_झलक : मुमताज़ महल की ख़ास सेविका ”सती-उन-निसा” जिन्हें “सतीना” भी कहा जाता था!
सती-उन-निसा, जिन्हें “सतीना” भी कहा जाता था, एक भारतीय-फारसी डॉक्टर थीं। वो मुमताज महल की खास महिला सेविका और बादशाह शाह जहाँ की महलदार (हुक्म चलाने वाली महिला) थीं। साथ ही, उन्होंने शाह जहाँ की बेटियों जहाँआरा बेगम और गौहर आरा बेगम को तालीम भी दी। वह ईरान के माज़ंदरान इलाके से थीं, जहाँ उनके […]