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पवित्र क़ुरआन पार्ट-38 : न्याय वह चीज़ है जिस पर पूरा ब्रह्मांड चल रहा है!
वह अर्थात ईश्वर वही है जिसने दो समुद्रों को एक दूसरे से मिलाकर रखा है, एक का पानी मीठा और दूसरे का खारा और उन दोनों के मध्य एक दीवार बना दिया है कि एक दूसरे से मिश्रित न हों।“ पवित्र कुरआन की इस आयत में उसकी महानता की अदभुत निशानी का उल्लेख है और […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 114-122 : पार्ट-40
सूरए साफ़्फ़ात आयतें 114-122 وَلَقَدْ مَنَنَّا عَلَى مُوسَى وَهَارُونَ (114) وَنَجَّيْنَاهُمَا وَقَوْمَهُمَا مِنَ الْكَرْبِ الْعَظِيمِ (115) وَنَصَرْنَاهُمْ فَكَانُوا هُمُ الْغَالِبِينَ (116) इन आयतों का अनुवाद हैः और हम मूसा और हारून पर भी उपकार कर चुके है (37:114) और हमने उन्हें और उनकी क़ौम को बड़ी घुटन और बेचैनी से छुटकारा दिया (37:115) हमने उनकी […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 174-182 : पार्ट-46
सूरए साफ़्फ़ात आयतें 174-182 فَتَوَلَّ عَنْهُمْ حَتَّى حِينٍ (174) وَأَبْصِرْهُمْ فَسَوْفَ يُبْصِرُونَ (175) أَفَبِعَذَابِنَا يَسْتَعْجِلُونَ (176) فَإِذَا نَزَلَ بِسَاحَتِهِمْ فَسَاءَ صَبَاحُ الْمُنْذَرِينَ (177) इन आयतों का अनुवाद हैः अतः एक अवधि तक के लिए उनसे रुख़ फेर लो (37:174) और उन्हें देखते रहो। वे भी जल्द ही (अपना अंजाम) देख लेंगे (37:175) क्या वे हमारी […]