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पवित्र क़ुरआन पार्ट-16 : सूरए यूनुस, पवित्र क़ुरआन चमकता हुआ सूर्य है जो अपने प्रकाशमयी मार्गदर्शन से अज्ञानता और अंधकार से मुक्ति दिलाता है!
सूरए यूनुस, क़ुराने करीम का दसवां सूरा है जो पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पैग़म्बर बनने के शुरूआती दिनों में नाज़िल अर्थात अवतरित हुआ था। इस सूरे में 109 आयते हैं। सूरए यूनुस, क़ुराने करीम का दसवां सूरा है जो पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पैग़म्बर बनने के शुरूआती दिनों में नाज़िल अर्थात अवतरित हुआ था। इस […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साद आयतें 29-33 : पार्ट-52
सूरए साद आयतें 29-33 كِتَابٌ أَنْزَلْنَاهُ إِلَيْكَ مُبَارَكٌ لِيَدَّبَّرُوا آَيَاتِهِ وَلِيَتَذَكَّرَ أُولُو الْأَلْبَابِ (29) इस आयत का अनुवाद हैः यह बरकतों वाली किताब है जिसे हमने तुम्हारे पास भेजा है कि वे इसकी आयतों पर सोच-विचार करें और समझदार इससे पाठ लें। [38:29] पिछले कार्यक्रम में हमने बताया कि मख़लूक़ को पैदा करने की व्यवस्था […]
तौहीद और शिर्क : सूरए साफ़्फ़ात आयतें 174-182 : पार्ट-46
सूरए साफ़्फ़ात आयतें 174-182 فَتَوَلَّ عَنْهُمْ حَتَّى حِينٍ (174) وَأَبْصِرْهُمْ فَسَوْفَ يُبْصِرُونَ (175) أَفَبِعَذَابِنَا يَسْتَعْجِلُونَ (176) فَإِذَا نَزَلَ بِسَاحَتِهِمْ فَسَاءَ صَبَاحُ الْمُنْذَرِينَ (177) इन आयतों का अनुवाद हैः अतः एक अवधि तक के लिए उनसे रुख़ फेर लो (37:174) और उन्हें देखते रहो। वे भी जल्द ही (अपना अंजाम) देख लेंगे (37:175) क्या वे हमारी […]