दुनिया

पत्रकारों का हाल ग़ज़ा में

जो रिल्स या होटल के कमरों से TRP लेने के लिए गए थे उनकी बात अलग है जो जंग के हालात दिखा रहे थे और सही मायने में पत्रकारिता कर रहे थे उनकी बात अलग है

सीपीजे ने बताया कि 22 अक्टूबर तक 23 पत्रकार मारे गए हैं जिनमें 19 फिलिस्तीनी, तीन इजरायली और एक लेबनानी शामिल हैं। लगभग आठ घायल हो गए हैं और तीन के लापता होने या हिरासत में लिए जाने की सूचना है

सीपीजे इस बात पर जोर दिया है कि पत्रकार संकट के समय महत्वपूर्ण काम करने वाले नागरिक हैं और उन्हें जंग लड़ने वाले द्वारा निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए

इस रिपोर्ट से आप ये अंदाज़ा लगाये की जो पत्रकार रिपोर्टिंग कर रहे थे उनका ये हाल हुआ है तो आम पब्लिक का क्या हाल हुआ होगा जिनके पास कोई सूचना नहीं कोई सिस्टम नहीं !

तस्वीर : N mena