उत्तर प्रदेश राज्य

नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव को समन भेजा, अपना पक्ष रखने के लिए कहा

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा है कि कोई भी सेलिब्रिटी क़ानून से बड़ा नहीं है और एल्विश यादव मामले में भी क़ानून अपना काम करेगा.

उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस एक मामले की जांच कर रही है जिसमें एल्विश यादव भी अभियुक्त हैं.

एल्विश यादव चर्चित यूट्यूबर हैं और बिग बॉस ओटीटी रियलिटी शो के विजेता भी हैं.

नोएडा में पुलिस ने जो एफ़आईआर दर्ज की है, उसमें एल्विश यादव का भी नाम है.

जब उत्तर प्रदेश के वन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार अरुण सक्सेना) से पत्रकारों ने इस मामले में के बारे सवाल किया तो जवाब में उन्होंने कहा, “क़ानून अपना काम करेगा, कोई भी सेलिब्रिटी, चाहे वो कितना ही बड़ा क्यों ना हो, क़ानून से बड़ा नहीं है.”

3 नवंबर को नोएडा पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया था और कहा था कि एल्विश यादव की भूमिका की जांच की जा रही है.

ये मुक़दमा वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम 1972 के तहत दर्ज किया गया है. पुलिस ने गिरफ़्तार किए गए लोगों से 9 सांप बरामद किए थे, जिनमें पांच कोबरा थे.

पुलिस ने 20 मिलीलीटर ज़हर भी बरामद किया था. ये गिरफ्तारियां एक पार्टी हॉल से हुई थीं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी ने कहा था कि इस मामले में एल्विश यादव भी संलिप्त हैं जबकि एल्विश ने ख़ुद को बेग़ुनाह बताया है.

कुछ दिन पहले राजस्थान पुलिस ने एल्विश यादव को हिरासत में लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस को जानकारी दी थी. बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था.

इस मामले की जांच कर रहे नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस थाने के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर को पुलिस लाइन भेजकर मामले की जांच अन्य थाने को सौंप दी गई है.

इसके बाद यूपी पुलिस पर इस मामले में दबाव होने को लेकर सवाल उठे थे.

इसी बीच नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव को समन भेजा है और मामले में अपना पक्ष रखने के लिए कहा है.

पुलिस गिरफ़्तार किए गए अभियुक्तों और एल्विश यादव के बीच के संबंधों की जांच कर रही है.

एल्विश यादव ने कहा था कि वो पुलिस के साथ जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं.