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नैटो की बैठक से यूक्रेन युद्ध के बारे में आए साफ़ इशारे, चर्चा में तुर्की का गेम प्लान!

लिथवानिया की राजधानी विलनियस ने जो रूस के पड़ोसियों में है नैटो की बैठक की मेज़बानी की।

बैठक का सबसे अहम एजेंडा इस सामरिक एलायंस में नए सदस्य यानी स्वेडन का इज़ाफ़ा था। किसी भी नए सदस्य के इज़ाफ़े के लिए ज़रूरी होता है कि नैटो के सारे सदस्य उसके शामिल किए जाने का समर्थन करें। बैठक से कुछ घंटे पहले तक तुर्किए इसका विरोध कर रहा था।

लिथवानिया दौरे पर रवाना होने से पहले तुर्क राष्ट्रपति अर्दोग़ान ने कहा कि स्वेडन की सदस्यता यूरोपीय संघ में तुर्किए को सदस्यता दिए जाने पर निर्भर है।

अर्दोग़ान ने कहा पहले युरोपीय संघ में तुर्की की सदस्यता का रास्ता खोलिए ताकि हम नैटो में स्वेडन के शामिल होने का रास्ता खोलें। मगर मीडिया ने कहा कि अर्दोग़ान ने अपना विचार बदल लिया है और अपनी शर्त से पीछे हट गए हैं।

नैटो प्रमुख ने कहा कि तुर्किए के राष्ट्रपति से सार्थक बातचीत हुई। मुझे खुशी है कि अर्दोग़ान ने नैटो में स्वेडन की सदस्यता को संसद के पटल पर रखे जाने पर सहमति जता दी। नैटो में स्वेडन को शामिल किए जाने के विषय के अलावा जिसे अभी तुर्किए की संसद में मंज़ूरी मिलना बाक़ी है नैटो के सदस्यों ने यूक्रेन को सहायता का वादा किया है। जर्मनी सबसे आगे हे और वो यूक्रेन की मदद में सबसे आगे नज़र आने की कोशिश कर रहा है।

जर्मन चांसलर ने कहा कि जर्मनी यूक्रेन की मदद करने में आगे है। हालिया महीनों में हमने यूक्रेन की मदद में विस्तार किया है। अब यूक्रेन को 700 मिलियन यूरोप की नई सहायता देने का फ़ैसला किया गया है। हम आइंदा भी यूक्रेन का समर्थन करेंगे। जर्मनी लियोपर्ड टैंक और बक्तरबंद गाड़ियां यूक्रेन को देने के साथ ही यूक्रेन के भीतर हथियार बनाने के कारख़ाने लगाने की कोशिश कर रहा है। राइन मेटल कंपनी के सीईओ ने सीएनएन से कहा हमें नैटो के दायरे में उन्हें टेक्नालोजी देनी है। दो से तीन महीने के भीतर हम पश्चिमी यूक्रेन में पहला कारख़ाना खोल देंगे। लथवानिया की बैठक में जो प्रस्ताव रखे गए हैं उनसे पता चलता है कि नैटो फ़िलहाल संघर्ष विराम के बारे में कुछ नहीं सोच रहा है और उसका जंग रोकने का कोई इरादा नहीं है। बर्लिन से आईआरआईबी के लिए अमीर शुजाई की रिपोर्ट