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नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे का विरोध कर रहे चीन को पाकिस्तान का साथ मिला

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे का विरोध कर रहे चीन को पाकिस्तान का साथ मिल गया है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वो ‘वन-चाइना’ नीति पर क़ायम है और वो चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का समर्थन करता है. चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है.

करीब 25 साल बाद अमेरिका के किसी शीर्ष अधिकारी ने ताइवान का दौरा किया है. चीन ने नैंसी पेलोसी के दौरे को लेकर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी.

चीन ने अमेरिकी राजदूत को तलब भी किया. दूसरी तरफ़, अमेरिका में चीनी राजदूत ने भी विदेश मंत्रालय और व्हाइट हाउस के सामने पेलोसी के दौरे को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ़्तिख़ार अहमद ने कहा कि ताइवान स्ट्रेट में पनपती स्थितियों को लेकर पाकिस्तान चिंतित है. क्षेत्रीय शांति और अस्थिरता पर इस स्थिति का गंभीर असर होगा.

उन्होंने कहा कि दुनिया यूक्रेन युद्ध की वजह से पहले ही गंभीर हालात से जूझ रही है. ऐसे में ये विश्व एक ऐसा संकट नहीं झेल सकता जिसका वैश्विक शांति, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर होगा.

प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान का मानना है कि दो देशों के बीच रिश्ते पारस्परिक सम्मान, अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप न करने और यूएन चार्टर के अनुरूप शांतिपूर्ण मसलों को सुलझाने पर आधारित होते हैं.