उत्तर प्रदेश राज्य

निहायती अमानवीय कृत्य : एक ब्राह्मण युवक को छः से आठ जाटव लड़कों ने बुरी तरह से पीटा, घसीटा : वीडियो

Ajeet Bharti
@ajeetbharti
15 दिन पहले की घटना है। दो दिन पहले वीडियो वायरल हुआ। हाथरस के स्थानीय लोगों के हिसाब से एक ब्राह्मण युवक को छः से आठ जाटव लड़कों ने बुरी तरह से पीटा, घसीटा और जातिसूचक गालियाँ दीं।

किसी की भी गिरफ़्तारी तब तक नहीं हुई जब तक वीडियो वायरल नहीं हुआ। केवल एक गिरफ्तार हुआ है, बाकी बाहर ही हैं। इस विषय में ज्ञात होने पर एसपी ने भी थाना के अधिकारियों को लताड़ लगाई है।

@myogioffice
से आग्रह कि इस कुचक्र से ब्राह्मणों को बचाएँ जहाँ वो हिंसा के पीड़ित भी होते हैं और उल्टे कई जगह आरोपित भी बना दिए जाते हैं। स्थानीय पुलिस पर लोग यह आरोप लगाते हैं कि यदि नाम लिखे भी जाते हैं तो दारोगा रैंक के अधिकारी पैसे ले कर नाम बाद में काटते हैं। यह उनकी कमाई का एक माध्यम बन गया है।

निस्संदेह
@Uppolice
उत्कृष्ट कार्य कर रही है परंतु कुछ लोग सरकार की छवि बर्बाद करने में लगे हुए हैं। इस पर त्वरित कार्रवाई आवश्यक है।

HATHRAS POLICE
@hathraspolice
प्रकरण में दिनांक-07.06.23 को थाना सासनी पर वादी से प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर नामजद दो अभियुक्तो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। शेष वांछित अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु टीमो को लगाया गया है। पुलिस द्वारा अग्रेतर विधिपूर्ण कार्यवाही की जा रही है।

HATHRAS POLICE
@hathraspolice
प्रकरण में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना सासनी पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है । पुलिस द्वारा अभियोग में नामजद दो आरोपियों को हिरासत में लेकर अग्रेतर विधिपूर्ण कार्यवाही की जा रही है ।

KumarR Gaurav
@imgauravkg
ट्वीट होते रहेंगे और ब्राह्मण मरते रहेंगे। एक ब्राह्मण नेता का नाम बताइए जो कोरोना में बंद पड़े मंदिर के गरीब पुजारियों और उनके परिवारों के लिये खड़ा हुआ हो। एक ब्राह्मण समाज या संगठन का नाम बताइए जिसने कोई अपना नेता किसी चुनाव में खड़ा किया बाक़ी जातियों की तरह एक मुश्त उसको वोट दिया हो। जब तक ब्राह्मण अपने बच्चों के नाम के आगे अपना ही .सरनेम. लगाने से डरते रहेंगे , आपको ऐसे ही वीडियो देखने को मिलते रहेंगे। जब तक ब्राह्मण एक जुट नहीं होगा , झूठे हिंदुत्व ka झंडा दिखा दिखा कर उनको बेवक़ूफ़ बनाना जारी रहने वाला है। किसी को कुछ फ़र्क़ पड़ता क्योंकि एक ब्राह्मण को दूसरे ब्राह्मण को दुख तकलीफ़ में देख कर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता । कड़वा लगेगा लेकिन सत्य है ।

Sandeep Chaprana
@SandeepChaprana
निहायती अमानवीय कृत्य। ऐसे क़ानून बना दिये हैं जिनका ग़लत फ़ायदा उठा कुछ लोग / कुछ पुलिस वाले पैसा कमा रहे हैं तो कुछ क़ानून की धमकी देकर डरा। क़ानून में व समाज में बड़े बदलाव की ज़रूरत है वरना दंगों का दृश्य ऐसा भयावर रूप ले सकता है जिसकी अपेक्षा नहीं होगी।

डिस्क्लेमर : ट्वीट में दी गयी जानकारी/विचार लोगों के निजी हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं है