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वह चनावाला…..By-जयचंद प्रजापति
जयचंद प्रजापति ========= वह चनावाला वह चनावाला। रोज आता है। हमको चना खिलाने। मजा आ जाता है। भीगा चना, नमक, प्याज, पुदीना, धनिया, मिर्चा, नीबू सब मिलाकर देता था। एकदम पौष्टिक। सुबह ही मेरे घर पर देने चला आता है। उस बुजुर्ग के हालात को देखकर रोज मैं चना उसका लेता हूं। पहली बोहनी हमारे […]
जिनमें उनका अधूरा यौन आचरण कुलांचें मारता है…
Arvind Verma एक साधारण स्त्री को बचकर रहना चाहिए छद्म बौद्धिक फेमिनिस्ट से, क्योंकि उनके दिमागों में भरी होती है विष्ठा, यौन कुंठा, रात्रि में विकृत भावों से पी गयी मदिरा की गंदी हंसी! एक साधारण स्त्री को बचकर रहना चाहिए, उन औरतों से, जिनकी सुबह और शाम अमीर बॉयफ्रेंड या अमीर पतियों की गालियों […]
‘यूँ तेरी रहगुज़र से दीवाना-वार गुज़रे….काँधे पे अपने रख के अपना मज़ार गुज़रे’
‘यूँ तेरी रहगुज़र से दीवाना-वार गुज़रे काँधे पे अपने रख के अपना मज़ार गुज़रे बैठे हैं रास्ते में दिल का खंडर सजा कर शायद इसी तरफ़ से इक दिन बहार गुज़रे ” बहुत कम लोग जानते हैं कि मशहूर अदाकारा मीना कुमारी को शायरी का भी शौक़ था ….. शायरी का ये शौक़ ही उन्हें […]