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गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये…..By-धीरज चित्रांश
धीरज श्रीवास्तव चित्रांश =============== गांधी जी की पुण्य तिथि पर एक पुराना गीत विशेष … गाँधी जग से गये कि सब दसकन्धर जाग गये। खद्दर पहन के बापू के सब बन्दर भाग गये। जब से आज़ादी आईं, ज्यादा बर्बादी लाई। चौड़ी कर डाली तुमने, धनिकों श्रमिकों की खाई। रूहें हुई इतनी काली, गंगा मैली कर […]
आज मां को गुज़रे पंद्रह दिन बीत चुके हैं….By-Seema Devendra Pandey
Seema Devendra Pandey ==================== आज मां को गुज़रे पंद्रह दिन बीत चुके हैं. तेरहवीं वाले दिन ही सारे मेहमान चले गए थे. आज रविवार है. मुझे भी मां की कमी बहुत खल रही थी. मेरा भी मां के साथ प्यारभरा अपनत्व से परिपूर्ण सास-बहू का रिश्ता था. मुझे आज भी याद है वो दिन जब […]
उसकी नज़र दरवाज़े के पीछे रखे #गड़ासे पर पड़ती है और….
Pahadan Mamta Rajput ========== #शैलजा को रात मे #प्यास लगी वह पानी पीने उठी तो देखी उसका #पति मोहन जाग रहा है उसने पूछा क्या हुआ जी आप इतनी रात को #जाग रहे हो हा #नींद नही आ रही है मोहन बोला … तबियत तो ठीक है ना …. शैलजा पूछी हा #तबियत ठीक है […]