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शायद….लड़कियाँ इसीलिए मायके आती होंगी कि…
रंगबाज सेना =========· पिताजी जोऱ से चिल्लाते हैं……. । मैं दौड़कर आता हू , और पूछता हु । क्या बात है पिताजी ? पिताजी – तूझे पता नहीं है, आज तेरी बहन आ रही है ? वह इस बार हम सभी के साथ अपना जन्मदिन मनायेगी । अब जल्दी से जा और अपनी बहन को […]
*ननदरानी अब मुझसे उम्मीद करना ग़लत है*
Laxmi Kumawat ==================== दिव्या जितनी कोशिश कर सकती थी, उतना जल्दी-जल्दी अपने कदम बढ़ाते हुए घर की तरफ जा रही थी। शाम के सात बज चुके थे। अभी तो उसे सब्जियाँ भी खरीदना था। घर पर आज के खाने के लिए सब्जी कुछ भी नहीं थी। ऊपर से घर जाकर खाना भी बनाना था। खैर, […]
”अभी तक सो रही हो”
रमा पाण्डेय उत्तर प्रदेश ============= पुरुष की प्रतिष्ठा उसकी स्त्री तय करती है और स्त्री का सौंदर्य उसका पुरुष :- कुछ तस्वीरें बहुत सुन्दर होती हैं। इतनी सुन्दर कि उन पर मोटी किताब लिख दी जाय फिर भी बात खत्म न हो… इस तस्वीर को ही देखिये, जाने कितने अनसुलझे प्रश्नों के उत्तर हैं इस […]