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पैग़म्बरे इस्लाम (स) का कहना है-मुसलमान का मुस्लिम भाई पर तीस हक़ हैं और यह तीस हक़ निम्नलिखित है
मनुष्य जब अपने धार्मिक बंधुओं से अधिक रुचि व्यक्त करना चाहता है तब वह उसे अपना दोस्त और मित्र कहता है किन्तु इस्लाम ने मुसलमनों की दोस्ती के रिश्ते को इतना ऊपर उठा दिया है कि दो मनुष्यों के बीच सबसे निकट रिश्ता हो गया, इस रिश्ते का आधार बराबरी और समानता है और इस […]
पवित्र क़ुरआन पार्ट-23 : यह जीवन एक ही झटके में नहीं हुआ बल्कि छः लम्बे चरणों की प्रक्रिया से गुज़रने के बाद ऐसा हुआ!
कार्यक्रम में पवित्र क़ुरआन के सूरे राद में बिजली और उसकी कड़क, सत्य और असत्य की विशेषताएं, बुद्धिजीवियों के ख़ूबियां और ईश्वर की याद से मन को मिलने वाली शांति की समीक्षा की गयी है। चूंकि इस आयत में बिजली की कड़क को ईश्वर का गुणगान कहा गया है इसलिए इस सूरे का नाम राद […]
तौहीद और शिर्क : उन्हें इस भूल में नहीं रहना चाहिए कि वे अपने कर्मों की सज़ा और प्रतिफल से बच जाएंगे : पार्ट-18
وَلَا تُجَادِلُوا أَهْلَ الْكِتَابِ إِلَّا بِالَّتِي هِيَ أَحْسَنُ إِلَّا الَّذِينَ ظَلَمُوا مِنْهُمْ وَقُولُوا آَمَنَّا بِالَّذِي أُنْزِلَ إِلَيْنَا وَأُنْزِلَ إِلَيْكُمْ وَإِلَهُنَا وَإِلَهُكُمْ وَاحِدٌ وَنَحْنُ لَهُ مُسْلِمُونَ (46) और (आसमानी) किताब वालों से बस उत्तम शैली में ही बात करो सिवाय उनके जो उनमें अत्याचारी हैं और (उनसे) कहो कि जो चीज़ हम पर और तुम पर […]