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हर इंसान को सम्मान और प्यार की ज़रूरत होती है
दो लफ्ज ========== एक छोटे से गाँव में छोटी बहू, जिसका नाम राधा था, अपने पति और ससुराल वालों के साथ रहती थी। राधा ने बचपन में ही अपने माता-पिता को खो दिया था, और उसे उसकी बुआ ने पाल-पोसकर बड़ा किया था। राधा का स्वभाव बहुत ही सरल, मृदुल और सबकी सेवा में रत […]
काश! मेरे भी पापा होते….
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय =========== यश पैर पटकता हुआ रूम से निकला और अपने पापा की कार में पिछली सीट पर जाकर बैठ गया. दीपक और उनकी पत्नी उदास से कार में बैठे थे… क्योंकि यश की प्रतिक्रिया देखकर जाने का मन नहीं था, पर बचपन के दोस्त शेखर ने अपने बर्थडे पर सपरिवार बुलाया था. […]
वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो!!By-यदवेंदेर शर्मा!!
रायता · Yadvinder Sharma · =============== वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो।। चाय का मजा, मिले, सिकी ब्रेड भी मिले। मुंह कभी दिखे नहीं, रजाई, खिसके नहीं। मां की लताड़ हो, या बाप की दहाड़ हो। तुम निडर डटो वहीं, रजाई से उठो नहीं। वीर तुम अड़े रहो, रजाई में पड़े रहो।। मुंह […]