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नए साल पर ग़ज़ा में जारी है ज़ायोनी सेना की बर्बरता, फ़िलिस्तीनियों ने भी दिया मुंह तोड़ जवाब

नए साल की शुरुआत पर जहां ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी शासन के भयानक अपराध जारी हैं वहीं फ़िलिस्तीनी संगठनों ने इस्राईल पर राकेट हमले करके यह दर्शा दिया है कि जवाबी हमले करने की उनका क्षमता पूरी तरह सुरक्षित है।

ग़ज़ा पट्टी के जबालिया इलाक़े पर ज़ायोनी सेना की बमबारी में कम से कम छह फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए। मग़ाज़ी शरणार्थी शिवर पर भी ज़ायोनी सेना ने हमला किया जिसमें तीन फ़िलिस्तीनी शहीद और कई घायल हो गए।

जेहादे इस्लामी संगठन की सैनिक शाखा अलक़ुद्स ब्रिगेड ने कहा कि कहा कि उसने सेंट्रल ग़ज़ा पट्टी में अलबुरैज शरणार्थी शिविर के पूर्वी भाग में ज़ायोनी सैनिकों पर बद्र-1 मिसाइल से हमला किया।

ज़ायोनी सेना ग़ज़ा शहर के दक्षिणी भाग पर गोलाबारी कर रही है जबकि इस्राईली अख़बार हाआरेत्ज़ ने लिखा है कि ग़ज़ा जंग का अगला चरण छह महीने तक जारी रह सकता है और ग़ज़ा में मौजूद सेना उत्तरी सीमा की तरफ़ जाने के लिए तैयार है।

लेबनान की सीमा पर भी लड़ाई का सिलसिला जारी रहा, इस्राईल के चैनल 12 ने बताया कि लेबनान से एक मिसाइल फ़ायर किया गया जो अलजलील के इलाक़े में गिरा जिसके बाद इलाक़े में सायरन की आवाज़ गूंजने लगी। वहीं ज़ायोनी सेना के ड्रोन विमान ने दक्षिणी लेबनान के कफ़र कला इलाक़े पर राकेट फ़ायर किए।

वहीं दूसरी तरफ़ वेस्ट बैंक में ज़ायोनी सेना ने 32 फ़िलिस्तीनियों को गिरफ़तार कर लिया। यह गिरफ़तारियां रविवार की शाम से लेकर सोमवार की सुबह तक हुईं। इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं।

इन गिरफ़तारियों के साथ ही गत 7 अक्तूबर को तूफ़ान अलअक़सा आप्रेशन के बाद से वेस्ट बैंक में ज़ायोनी सैनिकों के हाथों गिरफ़तार किए जाने वाले फ़िलिस्तीनियों की संख्या 4910 हो गई है।