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द गार्डियन और फ़ाइनेंशियल टाइम्स में गौतम अदाणी का काला चिट्ठा खोला, विदेशी नागरिक भारत के शेयर बाज़ार को चला रहे हैं?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर उद्योगपति गौतम अदाणी पर आरोप लगाए हैं। विदेशी अखबारों का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि अदाणी परिवार से जुड़े व्यक्ति ने विदेशी फंड के जरिए अपने ही स्टॉक में निवेश किया। अदाणी की कंपनियों के नेटवर्क के जरिए एक अरब डॉलर पैसा भारत से बाहर गया। इस दौरान राहुल ने दावा किया कि इसमें एक चीन नागरिक चैंग-चुंग-लिंग भी शामिल है। आइये जानते हैं कि आखिर कौन हैं चैंग-चुंग-लिंग?

पहले जानते हैं राहुल ने कहा क्या है?
विपक्षी एकता बैठक के लिए मुंबई पहुंचे राहुल ने गौतम अदाणी पर गंभीर आरोप लगाए। एक प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, ‘आज के अखबारों में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल पूछा गया है। दुनिया के अखबारों द गार्डियन और फाइनेंशियल टाइम्स में गौतम अदाणी के बारे में खबर है कि अदाणी परिवार से जुड़े व्यक्ति ने विदेशी फंड के जरिए अपने ही स्टॉक में निवेश किया। अदाणी जी की कंपनियों के नेटवर्क के जरिए एक अरब डॉलर पैसा भारत से बाहर गया और अलग-अलग देशों से घूमकर वापस आया। इससे अदाणी समूह के शेयरों की कीमत बढ़ी। इन पैसों का बंदरगाहों और हवाई अड्डों जैसी भारतीय संपत्तियों को हासिल करने के लिए इस्तेमाल हुआ।

राहुल ने कहा कि सबसे पहले यह सवाल उठता है कि यह पैसा किसका है? यह अदाणी जी का या किसी और का है? अगर किसी और का है तो किसका है? दूसरा सवाल यह है कि इसके पीछे मास्टरमाइंड कौन है? क्या विनोद अदाणी हैं? दो विदेशी नागरिक नासिर अली, चीन के चैंग-चुंग-लिंग भी इसमें शामिल हैं। ये विदेशी नागरिक कैसे भारत के शेयर बाजार को चला रहे हैं? चीन के नागरिक की क्या भूमिका है? तीसरा सवाल है कि जिन्होंने इस मामले की जांच की और क्लीन चिट दी, उन सेबी चेयरमैन को बाद में अदाणी जी की कंपनी में कैसे डायरेक्टर बनाया गया?

कौन हैं चैंग-चुंग लिंग?
चैंग-चुंग-लिंग इससे पहले जनवरी में भी चर्चा में आए थे। जब अदाणी समूह को लेकर हिंडनबर्ग समूह ने खुलासे किए थे। चैंग-चुंग-लिंग गुदामी इंटरनेशनल के डायरेक्टर हैं। 24 जनवरी को प्रकाशित हिंडनबर्ग रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चैंग-चुंग-लिंग जिस कंपनी के डायरेक्टर हैं, वह कंपनी अदाणी समूह से ही जुड़ी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया था कि इस कंपनी की 2002 की फाइलिंग से यह कनेक्शन साबित होता है। रिपोर्ट में दावा किया गया कि चैंग-चुंग-लिंग ने सिंगापुर में गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी के पते को भी साझा किया था।

इससे पहले कब आए थे सुर्खियों में?
चैंग-चुंग-लिंग की कंपनी गुदामी इंटरनेशनल इससे पहले 2018 में एक घोटाले के कारण भारतीय मीडिया में सुर्खियों में रही थी। तब सिंगापुर की तीन कंपनियों का अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में नाम आया था। इन तीन कंपनियों में से एक गुदामी इंटरनेशनल भी थी। इसके साथ ही गुदामी इंटरनेशनल ने मोंटेरोसा इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स के तहत कई फंड्स में निवेश किया है। मोंटेरोसा इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स की अदाणी समूह की कई कंपनियों में करीब 4.5 बिलियन डॉलर की हिस्सेदारी है।