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दुनिया सिर्फ़ तमाशा करती है, अपराधी, दुष्ट और हत्यारे गैंग का फ़िलिस्तीन और इस क्षेत्र से सफ़ाया होना चाहिए : सुप्रीम लीडर

तेहरान में आयोजित ईद की नमाज़ के ख़ुत्बों में ईरान की इस्लामी क्रांति के नेता ने विश्व क़ुद्स दिवस पर देश भर में आयोजित विशाल रैलियों का ज़िक्र करते हुए कहाः राष्ट्र के इस महान आंदोलन में दुनिया के उन लोगों के लिए कई संदेश थे, जिन्हें ईरानी राष्ट्र को समझने और पहचानने की ज़रूरत है।

ईद की नमाज़ के दूसरे ख़ुत्बे में सुप्रीम लीडर ने कहा कि ग़ज्ज़ा और लेबनान में ज़ायोनी शासन के क़त्लेआम और बच्चों के नरसंहार से रमज़ान के महीने में इस्लामी उम्माह को बहुत कष्ट और सदमा पहुंचा। उन्होंने कहाः यह अपराध अमेरिका द्वारा फ़िलिस्तीन पर क़ब्ज़ा करने वाले आपराधिक गिरोह को दी जा रही निरंतर सहायता और समर्थन से किए गए। पार्स टुडे के अनुसार, इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का कहना था कि ज़ायोनी शासन इस क्षेत्र में उपनिवेशवादियों की प्रॉक्सी है। हालांकि पश्चिमी लोग बार-बार इस क्षेत्र के साहसी राष्ट्रों और उत्साही युवाओं पर प्रॉक्सी होने का आरोप लगाते हैं, लेकिन यह बिल्कुल स्पष्ट है कि इस क्षेत्र में एकमात्र प्रॉक्सी वह भ्रष्ट शासन है, जो युद्ध भड़काकर, नरंसाहर करके और दूसरे देशों पर आक्रमण करके उन देशों की योजनाओं को पूरा कर रहा है, जिन्होंने विश्व युद्ध के बाद इस क्षेत्र पर वर्चस्व जमा लिया था।

पैसे और मीडिया के बल पर दुनिया पर राज करने वाले उपनिवेशवादियों के आतंकवाद-विरोधी दावों का उल्लेख करते हुए इमाम ख़ामेनई ने कहाः यह वही लोग हैं, जो अपने भाषणों में राष्ट्रों के अधिकारों और देशों की रक्षा को आतंकवाद और अपराध बताते थे, अब वह ज़ायोनियों के नरसंहार और स्पष्ट आतंकवादी कृत्यों पर आंखें मूंद लेते हैं, या ऐसे कृत्यों में उसकी सहायता करते हैं।

उन्होंने ज़ायोनी शासन द्वारा इराक़ी वैज्ञानिकों और कई देशों में अबू जिहाद, फ़त्ही शक़ाक़ी, अहमद यासीन और इमाद मुग़निया जैसी हस्तियों की हत्याओं का उल्लेख करते हुए कहाः अमरीका और कई पश्चिमी देश इन स्पष्ट आतंकवादी कृत्यों का समर्थन करते हैं, जबकि बाक़ी दुनिया सिर्फ़ तमाशा करती है।

क़रीब 20 हज़ार फ़िलिस्तीनी बच्चों को मौत की शहादत पर लापरवाही की निंदा करते हुए ईरान के सुप्रीम लीडर ने कहाः हालांकि अमरीका और यूरोप समेत दुनिया भर के लोग जिस हद तक इन अपराधों के बारे में जानकारी हासिल करते हैं, ज़ायोनी शासन और अमरीका के ख़िलाफ़ धरना और प्रदर्शन करते हैं, लेकिन अगर उन्हें इसकी पूर्ण जानकारी हासिल होगी, तो निश्चित रूप से उनका विरोध विस्तृत होगा।

उन्होंने कहाः इस अपराधी, दुष्ट और हत्यारे गैंग का फ़िलिस्तीन और इस क्षेत्र से सफ़ाया होना चाहिए और ईश्वर की इच्छा और शक्ति से ऐसा होगा। इस संबंध में प्रयास करना सभी मनुष्यों का धार्मिक, नैतिक और मानवीय कर्तव्य है।

क्षेत्र के संबंध में इस्लामी गणतंत्र की स्थिर स्थिति का उल्लेख करते हुए इस्लामी क्रांति के नेता ने कहाः हमारी स्थिति स्थिर है, और अमेरिका और ज़ायोनी शासन से दुश्मनी पहले जैसी ही है।

अमरीका की हालिया धमकी के बारे में दूसरे ख़ुत्बे के अंत में सुप्रीम लीडर ने दो महत्वपूर्ण बिंदुओं की ओर इशारा कियाः पहला यह कि अगर बाहर से कोई शरारत होती है कि जिसकी संभालना कम है, तो निश्चित रूप से वैसी ही चोट पहुंचाई जाएगी, दूसरे यह कि अगर अतीत की तरह दुश्मन देश में विद्रोह उत्पन्न करने की साज़िश रचता है, तो पूर्व की ही तरह राष्ट्र विद्रोहियों को मुंह तोड़ जवाब देगा।

सोमवार की सुबह ईद की नमाज़ उल्लेखनीय भव्यता के साथ देश भर में पढ़ी गई। राजधानी तेहरान में इमाम ख़ामनेई की इमामत में भारी संख्या में लोगों ने मुसल्ला और आसपास की सड़कों पर ईद की नमाज़ अदा की।

पहले ख़ुत्बे में इस्लामी क्रांति के नेता ने ईरानी राष्ट्र और इस्लामी उम्माह को ईदुल फ़ित्र, ईरानी नव वर्ष और 12 फ़रवरदीन की मुबारकबाद पेश की। उन्होंने इस वर्ष रमज़ान के महीने को आध्यात्मिक विकास के साथ-साथ देश के राजनीतिक प्रयासों और आस्था की प्रगति का महीना बताया।