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दुनिया में कितने परमाणु वॉर हेड्स हैं?

पार्सटुडे- जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र संघ के निरस्त्रीकरण सम्मेलन की 2025 बैठक में भाषण दिया।

निरस्त्रीकरण सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि अली बहरैन ने अपनी चिंता व्यक्त की कि निरस्त्रीकरण सम्मेलन की 2025 की बैठक के साथ ही, हथियारों की एक अभूतपूर्व दौड़, विशेष रूप से परमाणु हथियारों के क्षेत्र में, धमकियां, बयानबाज़ियां और इन हथियारों के इस्तेमाल की धमकियां बढ़ गयी हैं।

उन्होंने कहा: संसाधनों की एक बड़ी मात्रा जो सामाजिक और आर्थिक विकास और दुनिया में स्थायी शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए समर्पित की जा सकती थी, परमाणु हथियारों की रक्षा, इसके उत्पादन और इसके आधुनिकीकरण और युद्ध की आग भड़काने पर ख़र्च की जा रही है।

पार्सटुडे के अनुसार, श्री अली बहरैनी ने कहा: दुर्भाग्य से, परमाणु हथियार संपन्न देशों ने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) के अनुसार अपने परमाणु निरस्त्रीकरण के दायित्वों को पूरा नहीं किया है जबकि वे अपने परमाणु शस्त्रागार को नवीनीकृत और आधुनिक बनाने का आग्रह भी कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि ने कहा: दुनिया में लगभग 12000 परमाणु हथियार या न्यूक्लियर वॉरहेड्स हैं जिनमें से लगभग 3880 परमाणु हथियार सक्रिय हैं, और परमाणु हथियार संपन्न देश, विशेष रूप से नाटो के सदस्य देश, क़ानून के तहत अपने बाध्यकारी दायित्वों का उल्लंघन करते हैं और एनपीटी संधि और उसके समीक्षा सम्मेलनों में हुए समझौते आज भी परमाणु हथियारों पर ही निर्भर हैं।

श्री अली बहरैनी ने यह इशारा करते हुए कि परमाणु हथियारों का अस्तित्व परमाणु युद्ध की चेतावनी और इंसानी ज़िंदगी और सुरक्षा के लिए खतरा है, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को मज़बूत बनाने के लिए परमाणु निरस्त्रीकरण को आवश्यक क़रार दिया है।

संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि ने जोर दिया: जब तक परमाणु हथियार हैं, तब तक इस प्रकार के हथियारों के उपयोग की संभावना बनी रहेगी, इसलिए परमाणु निरस्त्रीकरण के क्षेत्र में परमाणु निरस्त्रीकरण और परमाणु मुक्त विश्व को प्राप्त करने की प्रतिबद्धताओं का पालन करना अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की मुख्य प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए, ख़ासकर निरस्त्रीकरण सम्मेलन, समर्थन और सहमति पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अब तक, इज़राइल की अवैध परमाणु गतिविधियों और परमाणु शस्त्रागारों के कारण पश्चिम एशियाई क्षेत्र, परमाणु हथियारों और सामूहिक विनाश के अन्य हथियारों से मुक्त नहीं हो पाया है। उनका कहना था कि परमाणु हथियारों और सामूहिक विनाश के अन्य हथियारों को अपने पास बनाए रखने और अपनी गैर-शांतिपूर्ण परमाणु गतिविधियों को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के सुरक्षा उपायों के तहत रखने से इनकार करने की वजह से यह शासन इस सपने को साकार करने में सबसे महत्वपूर्ण बाधा बन गया है।

श्री अली बहरीन ने कहा: ईरान चाहता है कि विश्व समुदाय इज़राइल को ग़ैर-परमाणु सदस्य के रूप में एनपीटी में शामिल होने, अपने सभी परमाणु हथियारों को अपरिवर्तनीय रूप से नष्ट करने और अपनी सभी परमाणु सुविधाओं और गतिविधियों को अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की देखरेख में रखने के लिए मजबूर करे।

ज्ञात रहे कि निरस्त्रीकरण के क्षेत्र में एकमात्र बहुपक्षीय वार्ता संस्था के रूप में, निरस्त्रीकरण पर संयुक्त राष्ट्र संघ के सम्मेलन की 2025 की बैठक 21 जनवरी से शुरू हुई।

यह संस्था परमाणु निरस्त्रीकरण सहित निरस्त्रीकरण और हथियार नियंत्रण के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय समझौतों पर बातचीत करने और उनका आयोजन करने का काम करती हैं।

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